नई दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय ने झारखंड सरकार में मंत्री आलमगीर को मनी लॉड्रिंग मामले में बुधवार को गिरफ्तार कर लिया. एजेंसी ने कुछ दिनों पहले 34.50 करोड़ रुपये कैश आलमगीर के दो नजदीकी के पास से बरामद किया था. 


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दो दिन की पूछताछ के बाद गिरफ्तारी
आलमगीर झारखंड सरकार में ग्रामीण विकास और संसदीय कार्य मंत्री हैं. उन्हें राज्य के टेंडर कमीशन घोटाले में मंगलवार को साढ़े नौ घंटे और बुधवार को छह घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया है. उनके पीएस संजीव कुमार लाल, घरेलू सहायक जहांगीर आलम और अन्य करीबियों के ठिकानों पर 6-7 मई को की गई छापेमारी में 37.37 करोड़ रुपए बरामद किए थे. 


झारखंड सरकार में नंबर दो की हैसियत
आलमगीर झारखंड में बेहद ताकतवर मंत्री के रूप में पहचान रखते हैं और राज्य सरकार में उनकी हैसियत नंबर दो की मानी जाती है. वो झारखंड विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता भी हैं. खुलासा हुआ है कि ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं में टेंडर मैनेज करने से लेकर भुगतान में कमीशन की वसूली होती थी और इसका निश्चित हिस्सा बड़े अफसरों और मंत्री आलमगीर आलम तक पहुंचता था.


नहीं दे पाए कई सवालों के जवाब
जानकारी के मुताबिक 35 करोड़ रुपए की बरामदगी के मामले में आलमगीर को पीएस संजीव कुमार लाल और घरेलू सहायक जहांगीर आलम के सामने बिठाकर पूछताछ की गई.कई सवालों के जवाब आलमगीर नहीं दे पाए. अपनी संपत्ति और आय के बारे में भी वह जवाब नहीं दे पाए.


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