भोपाल. मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने से कांग्रेस के नेता उत्साहित हैं. यही कारण है कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने यहां तक कह दिया कि अगर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कांग्रेस में आना चाहें तो आ सकते हैं, मगर एक शर्त है और वह है स्थानीय नेताओं की सहमति.


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बीजेपी छोड़कर आए नेताओं को दिलाई सदस्यता
कांग्रेस के राजधानी स्थित प्रदेश कार्यालय में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले नेताओं को कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सदस्यता दिलाई. इस मौके पर कमलनाथ से भाजपा के और भी लोगों के दलबदल को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, 'मैं चाहूं तो रोज तीन नेता खड़े कर सकता हूं, लेकिन मेरा सिद्धांत है कि उसके लिए स्थानीय नेताओं की मंजूरी होनी चाहिए.'


महिलाओं और आदिवासियों पर बढ़ा अत्याचार
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी चाहें तो कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं, लेकिन उसके लिए स्थानीय नेताओं की मंजूरी होनी चाहिए. कमलनाथ ने कहा, 'प्रदेश में महिलाओं और आदिवासियों पर अत्याचार बढ़ रहा है, मुझे यात्रा के दौरान कई अहम जानकारियां मिली हैं, आने वाले महीनों में और कई तरह के खुलासे होंगे.'


शिवराज के प्रलोभन से कुछ नहीं होने वाला
उन्होंने आगे कहा, शिवराज सिंह चौहान के जनता को प्रलोभन देने से कुछ नहीं होने वाला, जनता तय कर चुकी है कि यह प्रदेश के भविष्य का चुनाव है. बता दें कि इस साल के अंत में मध्य प्रदेश समेत देश के पांच अहम राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. इनमें छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना जैसे राज्य भी शामिल हैं. मध्य प्रदेश में पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने चुनाव जीतकर सरकार बनाई थी. हालांकि बाद में नाटकीय घटनाक्रम के बाद शिवराज सिंह चौहान फिर मुख्यमंत्री बने थे.


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