अब `सही तरीके` से सनातन धर्म पढ़ाएगी कर्नाटक की कांग्रेस सरकार, स्कूल बुक में टीपू सुल्तान से बनाई दूरी
कर्नाटक सरकार ने क्लास एक से दस तक के पाठ्यपुस्तकों में संशोधन को मंजूरी दे दी है. रिपोर्ट्स की मानें, तो अब कर्नाटक में बच्चों को सनातन धर्म से जुड़े चैप्टर निश्चित रूप से पढ़ाए जाएंगे. इसके अलावा पाठ्यपुस्तकों में पी. लंकेश, सावित्रीबाई फुले, गिरीश कर्नाड, पेरियार और देवनूर महादेव जैसे लेखकों के रचनाओं को एक बार फिर से पाठ्यपुस्तक का हिस्सा बनाया गया है. इन लेखकों से जुड़े चैप्टर को रोहित चक्रतीर्थ की नेतृत्व वाली कमिटी ने हटा दिया था.
नई दिल्लीः कर्नाटक सरकार ने क्लास एक से दस तक के पाठ्यपुस्तकों में संशोधन को मंजूरी दे दी है. रिपोर्ट्स की मानें, तो अब कर्नाटक में बच्चों को सनातन धर्म से जुड़े चैप्टर निश्चित रूप से पढ़ाए जाएंगे. इसके अलावा पाठ्यपुस्तकों में पी. लंकेश, सावित्रीबाई फुले, गिरीश कर्नाड, पेरियार और देवनूर महादेव जैसे लेखकों के रचनाओं को एक बार फिर से पाठ्यपुस्तक का हिस्सा बनाया गया है. इन लेखकों से जुड़े चैप्टर को रोहित चक्रतीर्थ की नेतृत्व वाली कमिटी ने हटा दिया था.
8वीं के इतिहास में दी गई है सनातन की परिभाषा
रिपोर्ट्स की मानें, तो अब कक्षा 8वीं के इतिहास की पुस्तक में सनातन धर्म की परिभाषा दी जाएगी. इसके साथ ही अलग-अलग क्लास की पुस्तकों में संवैधानिक सिद्धांतों, मौलिक कर्तव्यों, मौलिक अधिकारों और लोकतंत्र के मूल्यों से संबंधित चैप्टर को शामिल किया जाएगा. नए पाठ्यपुस्तक में जैन धर्म और बौद्ध धर्म से संबंधित नए अध्यायों को समाहित किया गया है. अब बच्चों को जैन धर्म और बौद्ध धर्म के बारे में भी जानकारी दी जाएगी. इसके साथ ही ‘रिलीजन’ जैसे कुछ शब्दों को ‘धर्म’ में बदल दिया गया है.
टीपू सुल्तान से जुड़े चैप्टरों को नहीं पढ़ाया जाएगा
नए पाठ्यक्रम में जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर के राजवंशों से संबंधित चैप्टर को हटा दिया गया है. नए पाठ्यक्रम के संबंध में मंगलवार 5 मार्च को कर्नाटक टेक्स्ट बुक सोसायटी ने एक रिपोर्ट जारी कर जानकारी दी है. इस रिपोर्ट के बताया गया कि कक्षा 1 से 10वीं तक के पाठ्यपुस्तक में किस तरह के बदलाव हुए हैं. रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि ये बदलाव 2024-25 के लिए किए गए हैं. इस दौरान यह भी जानकारी दी गई कि पाठ्यक्रम में टीपू सुल्तान से जुड़े किसी भी चैप्टर को शामिल नहीं करने का फैसला किया गया है.
पाठ्यपुस्तक का करेंगे विरोध
वहीं, कांग्रेस सरकार के इस फैसले के बाद कर्नाटक बीजेपी उन पर हमलावर हो गई है. कर्नाटक के पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री अश्वथ नारायण ने कहा कि कांग्रेस उन लोगों को लाने की कोशिश कर रही है, जो सनातन के खिलाफ हैं. कांग्रेस कर्नाटक के लोगों की आस्था और विश्वास का सम्मान नहीं कर रही है. वे पाठ्यपुस्तक में ऐसे लोगों को लाने की कोशिश कर रहे हैं, जो लोग हमारी आस्था के खिलाफ हैं. जिनकी हम सभी निंदा करते हैं. हम इस पाठ्यपुस्तक का पुरजोर विरोध करते हैं.
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