एक घंटे चली नड्डा से केशव मौर्य की मुलाकात, यूपी की रणनीति पर हुई चर्चा?
माना जा रहा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले भाजपा उत्तर प्रदेश में अध्यक्ष के चेहरे में बदलाव कर सकती है और इस लिहाज से जेपी नड्डा की केशव प्रसाद मौर्य से मुलाकात अहम मानी जा रही है.
नई दिल्ली. यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की.बीजेपी के नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय मुख्यालय में दोनों नेताओं की यह महत्वपूर्ण मुलाकात हुई.लगभग एक घंटे तक बातचीत करने के बाद केशव प्रसाद मौर्य पार्टी मुख्यालय से रवाना हो गए. थोड़ी देर बाद यूपी बीजेपी चीफ भूपेंद्र चौधरी भी जेपी नड्डा के साथ मुलाकात करने के लिए पार्टी मुख्यालय पहुंचे.
मुलाकात में हुई क्या बातचीत?
इन मुलाकातों में क्या बातचीत हुई इस पर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं सामने आई है. लेकिन, इस मुलाकात को उत्तर प्रदेश में होने वाले राजनीतिक बदलाव के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. कहा जा रहा है कि मौर्य और नड्डा के बीच लगभग एक घंटे तक हुई मुलाकात में उत्तर प्रदेश के राजनीतिक हालात, राज्य में आए लोकसभा चुनाव के नतीजे, प्रदेश सरकार के कामकाज, प्रदेश में संगठन और सरकार के बीच तालमेल एवं समन्वय सहित कई मुद्दों पर व्यापक चर्चा हुई है.
नड्डा के साथ मौर्य की यह बैठक रविवार को प्रदेश की विस्तारित कार्यकारिणी की बैठक में उपमुख्यमंत्री के इस बयान के बाद महत्वपूर्ण मानी जा रही है कि ‘संगठन हमेशा सरकार से बड़ा होता है. नड्डा ने भी इस सम्मेलन में भाग लिया, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में चुनावी हार के लिए अति आत्मविश्वास को जिम्मेदार ठहराया था और कहा था कि पार्टी विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के प्रचार अभियान का प्रभावी ढंग से मुकाबला नहीं कर सकी.
अहम मानी जा रही मुलाकात
दरअसल 15 वर्षों के राजनीतिक वनवास के बाद जब वर्ष 2017 में बीजेपी को यूपी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल हुई थी, उस समय केशव प्रसाद मौर्य ही उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे. अब यह माना जा रहा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले भाजपा उत्तर प्रदेश में अध्यक्ष के चेहरे में बदलाव कर सकती है और इस लिहाज से जेपी नड्डा की केशव प्रसाद मौर्य और भूपेंद्र चौधरी के साथ मुलाकात को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
सपा ने केशव के बयान पर बीजेपी को घेरा
उधर, यूपी में केशव प्रसाद मौर्य के संगठन वाले बयान पर सियासत गर्मा गई है. सपा नेता मनोज काका ने कहा कि केशव मौर्य ने यह बयान देकर यह जताना चाह रहे हैं कि हम सीएम योगी से बड़े हैं. उन्होंने कहा कि केशव मौर्या योगी को चुनौती दे रहे हैं. बीजेपी संगठन में आंतरिक तौर पर बड़ी फूट पड़ी हुई है. प्रदेश में ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य अघोषित मुख्यमंत्री हैं.
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