सीबीआई की जांच के बीच सिंगापुर क्यों पहुंचे लालू यादव, कैसे मिली इजाजत
Lalu Prasad Yadav in Singapore for kidney treatment : रेलवे में नौकरी के बदले जमीन मामले की सीबीआई की जांच के बीच लालू यादव सिंगापुर पहुंच गए. विदेश जाने से पहले उन्होंने एक याचिका दायर कर पासपोर्ट रिलीज करने की अनुमति मांगी थी जिसे कोर्ट ने मान लिया तो उनके विदेश जाकर इलाज कराने का रास्ता साफ हो गया.
Lalu Prasad Yadav in Singapore for kidney treatment : बिहार की सत्ताधारी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख और पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव की तबियत लंबे समय से खराब चल रही है और अब वो इसके इलाज के लिये सिंगापुर पहुंच गए हैं. लालू यादव की बात करें तो वो लंबे समय से किडनी की समस्या से जूझ रहे हैं और अब अपनी बेटी रोहिणी की देखरेख में उसी का इलाज कराएंगे. लालू यादव ने हाल ही में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में इसी को लेकर याचिका दी थी. याचिका में लालू यादव ने सीबीआई कोर्ट से उनका पासपोर्ट रिलीज करने की अनुमति मांगी थी जिसे कोर्ट ने मान लिया तो उनके विदेश जाकर इलाज कराने का रास्ता साफ हो गया.
लालू यादव क्यों गए सिंगापुर
याचिका के अनुसार लालू यादव फिलहाल डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, दिल और किडनी की बीमारी, किडनी में स्टोन, स्ट्रेस, थैलासीमिया, प्रोस्टेट का बढ़ना, यूरिक एसिड का बढ़ना, दिमाग से जुड़ी बीमारी, कमजोर इम्युनिटी, दाहिने कंधे की हड्डी में समस्या, पैर की हड्डी की दिक्कत और आंख में भी प्रॉब्लम चल रही है. हालांकि फिलहाल सबसे ज्यादा परेशानी उन्हें किडनी की बीमारी से है जो कि चौथे स्टेज (20 से 25 प्रतिशत तक काम) में है और इसी के इलाज के लिये वो सिंगापुर पहुंचे हैं. ऐसे में उनकी किडनी को ट्रांसप्लांट किया जाएगा या नहीं इसका फैसला डॉक्टर सिंगापुर में ही लेंगे.
परिवार समेत 16 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर
गौरतलब है कि लालू यादव को हाल ही में दोबारा आरजेडी का अध्यक्ष चुना गया है जो कि 1997 में पार्टी के बनने के बाद से लगातार पद पर बने हुए हैं. लालू यादव ऐसे वक्त पर सिंगापुर रवाना हुए हैं जब सीबीआई की टीम जमीन के बदले रेलवे में नौकरी के मामले की जांच तेज कर चुकी है और अब तक लालू यादव और उनके परिवार समेत 16 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है.
जानें क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि इस मामले में लालू यादव पर आरोप लगा है कि जब वो रेल मंत्री बने थे तो उन्होंने पटना के 12 लोगों को रेलवे के ग्रुप डी स्तर की नौकरी दिलाई थी और उनकी जमीन को अपने परिवार के सदस्यों के नाम लिखवा लिया था. सीबीआई ने दावा किया है कि पूर्व सीएम ने मामूली रकम देकर अपनी पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती और हेमा यादव के नाम से रजिस्टई करवाई.
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