Maharashtra Live: देवेंद्र फडणवीस ने किया बड़ा ऐलान, एकनाथ शिंदे होंगे महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री
देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके हर किसी को हैरान कर दिया. उन्होंने ये ऐलान किया है कि महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री वो खुद नहीं, बल्कि एकनाथ शिंदे होंगे. महाराष्ट्र में ये अब तक का सबसे बड़ा सियासी उलटफेर है. फडणवीस ने कहा कि मैं सरकार से बाहर रहूंगा.
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एकनाथ शिंदे ने कहा कि 'शिवसेना के 40, 10 निर्दलीय MLA मेरे साथ हैं. बालासाहेब के विचार को आगे बढ़ाएंगे. मुझे किसी पद का लालच नहीं. राज्य के हित, विकास के लिए काम करेंगे.'
एकनाथ शिंदे ने कहा कि 'बड़ी पार्टी BJP ने बड़ा दिल दिखाया. बड़ी पार्टी BJP ने मुझे CM पद दिया. PM मोदी, गृह मंत्री शाह का शुक्रिया. फडणवीस ने बड़ा दिल दिखाया.'
फडणवीस ने बताया कि 'BJP के 106 विधायकों के समर्थन का पत्र दिया. 7:30 बजे एकनाथ शिंदे का शपथ ग्रहण होगा. चर्चा के बाद जल्द मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. बीजेपी सरकार में शामिल होगी. मैं सरकार में शामिल नहीं होऊंगा.'
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि 'उद्धव के मंत्री के दाऊद से संबंध का आरोप है. शिवसेना के विधायकों में बड़ा रोष था. शिंदे ने बगावत नहीं, आवाज़ बुलंद की. उद्धव सरकार अंतर्विरोध से भरी हुई थी.'
एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री होंगे. महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा उलटफेर देखा गया है. फडणवीस ने शिंदे के नाम का ऐलान किया. फडणवीस ने कहा है कि शिंदे को हमारी बधाई.
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हम सत्ता के पीछे नहीं भागेंगे. ये विचारों की लड़ाई है.
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि 'उद्धव ठाकरे सावरकर-हिंदुत्व विरोधियों से मिले थे. सावरकर विरोधियों के साथ उद्धव ने सरकार बनाई. 2019 में BJP-शिवसेना को बहुमत मिला था. उद्धव ठाकरे दाऊद समर्थकों के साथ गए. 'अल्पमत सरकार ने कल कैबिनेट बैठक की.'
भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने एकनाथ शिंदे के साथ एक संयुक्त प्रेस वार्ता में घोषणा की कि एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री होंगे. शपथ समारोह आज शाम 7.30 बजे होगा.
7:30 PM को सिर्फ एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.
महाराष्ट्र की सियासत में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है. देवेंद्र फडणवीस ने ऐलान किया है कि एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री होंगे. वो खुद सरकार से बाहर रहेंगे.
राज्यपाल ने देवेंद्र फडणवीस को मिठाई खिलाई.
शिवसेना के बागी एकनाथ शिंदे ने देवेंद्र फडणवीस के साथ राजभवन पहुंचकर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की.
आज शाम 7:30 बजे फडणवीस सरकार की शपथ होगी. फडणवीस सीएम पद की शपथ लेंगे.
फडणवीस और शिंदे आज ही समर्थन पत्र लेकर राजभवन जा सकते है. सागर बंगले पर होने वाली मीटिंग के बाद राज्यपाल से वक्त मांग सकते हैं. कल शपथ समारोह हो सकता है. शुरुआत में कुछ ही मंत्री शपथ लेंगे. राजभवन के भीतर ही शपथ लेने की संभावना है.
एकनाथ शिंदे मुंबई एयरपोर्ट पर चार्टर्ड एयरक्राफ्ट से लैंड होने के बाद हेलीकॉप्टर से महालक्ष्मी रेस कोर्स पहुंचेंगे और फिर सड़क मार्ग से सागर बंगले पर फडणवीस से मुलाकात करने पहुंचेंगे.
महाराष्ट्र में तख्तापलट के बाद कांग्रेस के कई नेता उद्धव ठाकरे से मिलने पहुंचने वाले हैं. यह मुलाकात दोपहर एक बजे होनी है. इस मुलाकात में उद्धव ठाकरे से मिलने कांग्रेस नेता नाना पटोले, अशोक चौहान और बाला साहब थोराट पहुंचने वाले हैं. बताया जा रहा है की MVA की आगे की दिशा को लेकर चर्चा होनी है.
फडणवीस और शिंदे की नई सरकार कब बनेगी, इसको लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता चिंतित हैं. हालांकि इस साल शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में होगा. ज्यादा भीड़ नहीं होगी. समझा जाता है कि भाजपा के कुछ नेताओं का मत है कि पहले 12 मंत्रिमंडलों और 10 राज्य मंत्रियों को शपथ दिलाई जाए और फिर अन्य को शपथ दिलाई जाए.
सूत्रों के हवाले से जानकारी सामने आई है कि विधायकों को मीटिंग में कहा जा रहा है कि वो अभी भी 'वेट एंड वॉच' की स्तिथि में रहे. गोवा से मुंबई कब जाना है इस पर अभी कोई निर्णय नहीं. विधायकों की सुरक्षा और साथ ही आगामी रणनीति पर चर्चा जारी.
भाजपा विधायक प्रसाद लाड को धमकी भरे फोन आने के संबंध में उन्होंने मुंबई पुलिस को पत्र लिखा और मिल रही धमकी को लेकर जानकारी दी.
संजय राउत ने ट्वीट किया जय महाराष्ट्र! नीचे धनुष और बाण के साथ शिवसेना की एक तस्वीर है और इसमें एक बाघ है.
शिवसेना और आदित्य ठाकरे का गढ़ माने जाने वाले वर्ली में भी एकनाथ शिंदे के समर्थन में बैनर लगाए गए थे. यह बैनर अमोल परब नाम के एक शिवसैनिक ने लगाया था. एकनाथ शिंदे की फोटो के साथ बैनर में बालासाहेब ठाकरे और आनंद दिघे की भी तस्वीरें हैं. साथ ही एकनाथ शिंदे के रोल का स्वागत किया. वर्ली में इस तरह का बैनर लगे होने की जानकारी मिलते ही विभागाध्यक्ष आशीष चेंबूरकर ने बैनर हटा लिया.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री में आज सुबह से ही अफरातफरी का माहौल है. उद्धव ठाकरे ने कल रात मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. अब उद्धव ठाकरे शिवसेना को फिर से स्थापित करने के लिए शिवसेना भवन में बैठने जा रहे हैं. पिछले ढाई साल में ये सत्ता का केंद्र रहा है.
उद्धव ठाकरे ने सीएम पद से इस्तीफा देने से पहले कैबिनेट मीटिंग में बड़ा फैसला लिया. औरंगाबाद का नाम संभाजी नगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव करने को मंजूरी. मुंबई का पुलिस कमिश्नर भी बदला, विवेक पंसालकर को नियुक्त किया.
उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद वार-पलटवार जारी है. संजय राउत ने ट्वीट कर कहा- अग्निपरीक्षा की घड़ी है, ये दिन भी निकल जाएंगे. बीजेपी विधायक बोले- महाराष्ट्र का श्राप दूर हो गया. 2-3 दिन में सरकार बनाएंगे.
फ्लोर टेस्ट से पहले ही राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद दोनों बेटों के साथ खंडेराय मंदिर उद्धव ठाकरे पहुंचे. फेसबुक लाइव में इस्तीफे का ऐलान करते वक्त बागियों पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा- जिनसे धोखे की आशंका थी वो साथ रहे, मेर पास शिवसेना है.
एकनाथ शिंदे समेत बागी विधायक गोवा से आज मुंबई पहुंच सकते हैं. सरकार बनाने का दावा पेश करते वक्त देवेंद्र फडणवीस के साथ महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल की सलाह- शपथग्रहण के दिन ही मुंबई पहुंचे.
उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद आज से नई सरकार बनाने की कवायद शुरू होगी. देवेंद्र फडणवीस राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं. बीजेपी विधायकों से होटल में मुलाकात की. उन्होंने कहा कि आज सब पता चल जाएगा.
संजय राउत ने ट्वीट कर सुप्रीम कोर्ट और देश की न्याय व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने लिखा कि 'न्याय देवता का सन्मान होगा! फायर टेस्ट fire test अग्नीपरिक्षा की घडी हैं. ये दीन भी निकल जायंगे.. जय महाराष्ट्र!'
उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के सीएम पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि 'हमारे अच्छे कामों को नजर लग गई. सभी सहयोगियों को मेरा धन्यवाद. जिनको हमने बड़ा बनाया वो हमें भूल गए. हमारे अपने लोग अब बड़े हो गए.'
फेसबुक पर उद्धव ठाकरे लाइव संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 'मैंने औरंगाबाद का नाम बदल दिया है. शरद पवार, सोनिया गांधी को धन्यवाद. हमने किसानों को कर्जमुक्त किया. सबका आशीर्वाद हमारे साथ है.'
SC: हम फ्लोर टेस्ट पर रोक नहीं लगा रहे, नोटिस जारी कर रहे हैं. सभी पक्ष जवाब दाखिल करें. कल का जो भी परिणाम होगा वह हमारे अंतिम फैसले से बंधा होगा.
थोड़ी देर में फेसबुक लाइव करेंगे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे
सुबह 11 बजे से होगा बहुमत परीक्षण, राज्यपाल के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट ने नहीं लगाई रोक.
सुप्रीम कोर्ट अन्य कानूनी मुद्दों पर 11 जुलाई को सुनवाई करेगा.
सुप्रीम कोर्ट का फैसला- महाराष्ट्र में कल (30 जून) को होगा फ्लोर टेस्ट
मनिंदर सिंह- कोर्ट कह चुका है कि जब फ्लोर टेस्ट होगा तो वर्तमान सदस्य वोट देंगे। इसका अयोग्यता की किसी लंबित कार्रवाई से संबंध नहीं. डिप्टी स्पीकर खुद बहुमत खो चुके हैं, वैसे किसी भी सरकार के लिए फ्लोर टेस्ट में जाना ही सही होता है. बिना बहुमत के शासन गलत.
कौल- इसमें शक नहीं कि कोर्ट राज्यपाल के आदेश की समीक्षा कर सकता है. लेकिन क्या इस मामले में राज्यपाल का फैसला सचमुच इतना गलत है कि उसमें दखल दिया जाए? मीडिया रिपोर्ट के आधार पर राज्यपाल के फैसले की दलील दी जा रही है, लेकिन मीडिया सूचना का एक अहम साधन है.
कौल- सरकार को जब लगा वो अल्पमत में आ गई तो डिप्टी स्पीकर का इस्तेमाल करके अयोग्यता का नोटिस भेजना शुरू कर दिया, इस आधार पर फ्लोर टेस्ट कैसे रोका जाए.
कौल- नबाम रेबिया मामले में कोर्ट ने उन विधायकों को स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की वोटिंग में हिस्सा लेने से नहीं रोका था, जिनके खिलाफ अयोग्यता का मसला लंबित था. राज्य सरकार के बहुमत परीक्षण को रोकना लोकतंत्र के खिलाफ होगा.
कौल- अयोग्यता कार्रवाई लंबित होने से फ्लोर टेस्ट नहीं रोक सकते. अयोग्यता साबित होगी तो फिर टेस्ट हो जाएगा.
SC- हम जानते हैं कि राज्यपाल को फ्लोर टेस्ट को कहने से पहले मंत्रिमंडल से सलाह लेने की जरूरत नहीं, लेकिन मसला यह भी उठाया गया है कि कुछ लोगों को वोट डालने का अधिकार नहीं.
नीरज किशन कौल- न सिर्फ सरकार अल्पमत में है, लेकिन सत्ता में बैठा पक्ष पार्टी के अंदर भी अल्पमत में है. हमने यही देखा है कि लोग फ्लोर टेस्ट जल्दी करवाने का अनुरोध करते हैं, लेकिन यह सरकार उसे टालने की मांग कर रही है.
कौल- अयोग्यता कार्रवाई लंबित होने से फ्लोर टेस्ट नहीं रोक सकते. अयोग्यता साबित होगी तो फिर टेस्ट हो जाएगा.
कोर्ट- हम जानते हैं कि राज्यपाल को फ्लोर टेस्ट को कहने से पहले मंत्रिमंडल से सलाह लेने की जरूरत नहीं, लेकिन मसला यह भी उठाया गया है कि कुछ लोगों को वोट डालने का अधिकार नहीं.
SC: पहले ही कह चुका है की लोकतंत्र में बहुमत साबित करने के लिए फ्लोर टेस्ट से बेहतर कुछ नहीं, अयोग्यता की करवाई के चलते इसे रोका नहीं जा सकता, अगर कोई CM फ्लोर टेस्ट से कतराता है तो जाहिर है वो अपना बहुमत खो चुका है.
कौल- मेरे विद्वान मित्र चाहते हैं कि दोनों सह-संबंधित हों. कोरलेशन नहीं हो सकता. शिवराज सिंह के फैसले को अलग करने की कोशिश की गई, लेकिन यह इस्तीफे का मामला था.
कौल- सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि अयोग्यता की कार्यवाही का कोई असर नहीं होगा. फ्लोर टेस्ट सबसे स्वस्थ चीज है जो लोकतंत्र में हो सकती है. सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि जब कोई मुख्यमंत्री अनिच्छा दिखाता है, तो यह प्रथम दृष्टया यह विचार देता है कि उसने सदन का विश्वास खो दिया है.
सिंघवी- अगर फ्लोर टेस्ट होता है तो दूसरे पक्ष का विधायक व्हिप नहीं हो सकता. सुनील प्रभु को स्पीकर ने व्हिप के रूप में मान्यता दी है.
सिंघवी- उत्तराखंड या मध्यप्रदेश के मामले में भी कोर्ट ने स्पीकर को विधायकों की अयोग्यता पर फैसला लेने से नहीं रोका था. यहां भी फैसला लेने देना चाहिए.
सिंघवी- अगर अयोग्यता को 11 जुलाई तक के लिए टाला गया है तो फ्लोर टेस्ट को भी टाला जाए.
सिंघवी: मैं जिन फैसलों का हवाला दे रहा हूं, वे फ्लोर टेस्ट के साधारण मामले हैं. न कि ऐसे मामले जहां कोई अयोग्य था.
सिंघवी: अभी अलग अलग सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला दे रहे हैं.
उन्होंने शिवराज सिंह केस का हवाला दिया. इस केस में जो विधायक इस्तीफा दिए वो नई सरकार में मंत्री बन गए.
सिंघवी: अभी अलग अलग सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला दे रहे हैं.
सिंघवी: SC पर राज्यपाल के फैसले की समीक्षा करने के अधिकार पर रोक नहीं है. राज्यपाल की शक्ति के संबंध में अनुच्छेद 361 की प्रतिरक्षा के दायरे का अर्थ है कि न्यायालय राज्यपाल को पक्षकार नहीं बनाएगा और उन्हें नोटिस जारी नहीं करेगा.
सिंघवी- स्पीकर को विधायकों की अयोग्यता पर निर्णय लेने से नहीं रोका जाना चाहिए. यह निर्णय होने तक फ्लोर टेस्ट नहीं होना चाहिए.
सिंघवी- राज्यपाल को अनुच्छेद 361 के तहत अदालती कार्रवाई से अलग रहने की छूट दी गई है. लेकिन यह कोर्ट को राज्यपाल के आदेश की समीक्षा करने से नहीं रोकता है.
सिंघवी- ये लोग एक अनवेरिफाइड मेल करके सूरत से गोवाहटी तक घूम रहे हैं, संवैधानिक प्रक्रिया का मखौल बनाया है, ऐसे में 2 दिन पहले covid से लौटे राज्यपाल से विपक्ष के नेता मुलाकात करके फ्लोर टेस्ट की मांग कर देते हैं.
कोर्ट- क्या यह लोग विपक्ष की सरकार बनवाना चाहते हैं?
सिंघवी- जी, चिट्ठी में उन्होंने यही लिखा है.
सिंघवी- जिन लोगों ने पाला बदल लिया, वह लोगों की इच्छा का प्रतिनिधित्व नहीं करते. राज्यपाल को SC के निर्णय की प्रतीक्षा करनी चाहिए थी. आसमान नहीं टूट पड़ेगा अगर कल फ्लोर टेस्ट न हुआ तो.
सिंघवी- अभी जो हो रहा है, पहले नहीं हुआ. ऐसा नहीं हुआ कि कोर्ट ने अयोग्यता की कार्रवाई ओर रोक लगाई हो और राज्यपाल फ्लोर टेस्ट का आदेश दे दे.
सिंघवी- राज्यपाल का फैसला भी न्यायिक समीक्षा से अलग नहीं है.
कोर्ट- राज्यपाल के विवेक पर हम शक क्यों करें?
जस्टिस कांत: क्या यह इस तथ्य पर है कि उन्होंने विपक्ष द्वारा सरकार बनाने के लिए एक पत्र भेजा है?
सिंघवी : क्या यह इस सारे कानून, संविधान पीठ के फैसले और 10वीं अनुसूची का मजाक नहीं बना रहा है?
अभिषेक मनु सिंघवी- राज्यपाल बीमार थे. अस्पताल से बाहर आने के 2 दिन के भीतर विपक्ष के नेता से मिले और फ्लोर टेस्ट का फैसला ले लिया.
सुप्रीम कोर्ट (SC)- अगर राज्यपाल को लगता है कि सरकार ने बहुमत खो दिया है और कुछ विधायकों को स्पीकर के जरिए अयोग्य करार देने की कोशिश कर रही है, तो राज्यपाल को क्या करना चाहिए?
जस्टिस कांत: मान लीजिए, एक काल्पनिक स्थिति में एक सरकार को पता है कि उसने बहुमत खो दिया है और उसने स्पीकर को अयोग्यता नोटिस जारी करने के लिए इस्तेमाल किया है. राज्यपाल को क्या करना चाहिए? क्या वह अपने विवेक का प्रयोग कर सकता है?
कोर्ट - लेकिन हम कैसे गवर्नर के विवेक पर सवाल उठा सकते हैं. उनका सेटिस्फेक्शन होगा. जो भी सत्य है वो सदन के पटल पर साबित होगा.
सिंघवी- 34 शिव सेना के विधायक का लेटर वेरिफाई नहीं हुआ. उस लेटर की सत्यता का पता नहीं. क्या उनको किसी ने मजबूर किया ऐसा लेटर लिखने को. गवर्नर ने वेरिफाई नहीं किया. एक हफ्ते बाद बताया कि लेटर आया है.
सिंघवी- गवर्नर ने हमें अपने लेटर में लिखा है कि 7 निर्दलीय विधायक और विपक्ष ने गवर्नर को लेटर दिया है. साथ ही शिव सेना के 34 विधायकों ने पार्टी पर असंतोष जताते हुए गवर्नर को लेटर लिखा है.
सिंघवी- गवर्नर को सीएम के सलाह पर काम करना चाहिए, लेकिन वो नेता विपक्ष की सलाह पर काम कर रहे हैं. नेता विपक्ष उनसे शाम को मिलते हैं और दूसरे दिन लेटर आ जाता है की एक दिन में फ्लोर टेस्ट है.
सिंघवी - सुप्रीम कोर्ट ने अयोग्यता की प्रक्रिया को रोक दिया है और दूसरी तरह वोट देने का अधिकार हो फ्लोर टेस्ट में.. दोनों चीज कैसे मिल सकती है.
सिंघवी- राज्यपाल ने फ्लोर टेस्ट के लिए मंत्रिमंडल से सलाह नहीं ली. जल्दबाजी में निर्णय लिया है. जब कोर्ट ने सुनवाई 11 जुलाई के लिए टाली, तो इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए था.
सिंघवी- इन लोगों को वोट डालने देना लोकतंत्र की जड़ों को काटना होगा.
सिंघवी- जो लोग 21 जून से अयोग्य हो चुके हैं, उनके वोट के आधार पर सरकार का सत्ता से बाहर होना गलत है.
सुप्रीम कोर्ट- डिप्टी स्पीकर के पास बहुमत होना खुद ही विवादित है. इसलिए, अयोग्यता के मसले पर सुनवाई टाली गई है.
सुप्रीम कोर्ट- अगर स्पीकर ने अभी तक यही फैसला ले लिया होता तो स्थिति अलग होती.
सिंघवी- 21 जून को ही यह विधायक अयोग्य हो चुके हैं.
सिंघवी- बागी विधायक उस समय से अयोग्य श्रेणी में हैं, जब से इनके खिलाफ डिप्टी स्पीकर के समक्ष अयोग्य करार देने की एप्लीकेशन दाखिल है.
सिंघवी- एक तरफ कोर्ट ने अयोग्यता की करवाई को रोक दिया है, दूसरी ओर विधायक कल होने वाले फ्लोर टेस्ट में वोट करने जा रहे हैं, ये सीधे सीधे विरोधभास है.
सिंघवी- अयोग्य की एक तारीख होगी. उनकी अयोग्यता फ्लोर टेस्ट से पहले होगी अगर वो अयोग्य ठहराए जाते हैं. उनको विधायक नहीं माना जा सकता.
कोर्ट- अयोग्यता का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, इसका फ्लोर टेस्ट से क्या लिंक है. एक दूसरे पर कैसे निर्भर करते है.
सिंघवी- गवर्नर शॉर्ट सर्किट कर रहे हैं. न सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहे हैं और न ही स्पीकर के फैसले का.
सिंघवी ने कहा- जब सुप्रीम कोर्ट मामले की सुनवाई कर रहा है फिर फ्लोर टेस्ट क्यों? अयोग्यता का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है.
सिंघवी- अगर कल हर आदमी को वोट का अधिकार मिल जाए, जबकि 11 जुलाई को तय होना है कौन अयोग्य है.
सिंघवी- कैसे आप तय करेंगे कि कौन वोट देगा, अभी ये तय होना है कि किसको अयोग्य होना है. अगर स्पीकर किसी को अयोग्य ठहराते हैं तो सब कुछ बदल जायेगा.
अभिषेक मनु सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि हमें कल बताया गया कि फ्लोर टेस्ट है. दो एनसीपी के विधायक देश से बाहर है और दो कोविड से पीड़ित हैं. इतनी जल्दबाजी में फ्लोर टेस्ट हो रहा है.
सिंघवी ने कहा- एक बार को उदहारण के तौर पर मान लीजिए, अगर आगे चलकर बागी विधायक अयोग्य करार हो जाते हैं तो फ्लोर टेस्ट में उनके वोट का क्या महत्व रह जायेगा.
मनु सिंघवी दलील दे रहे हैं. सिंघवी ने कहा कि '2 विधायक COVID से पीड़ित हैं, 2 विदेश में हैं, ऐसे में अचानक फ्लोर टेस्ट का औचित्य नहीं है.'
अभिषेक मनु सिंघवी वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़े. शिंदे गुट की ओर से वकील नीरज किशन कौल, मनिंदर सिंह सुप्रीम कोर्ट रूम मे मौजूद हैं.
महाराष्ट्र मामले पर सुनवाई शुरू हो गई. सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता कोर्ट रूम मे मौजूद हैं.
फ्लोर टेस्ट के खिलाफ शिवसेना की याचिका की मुख्य बातें
शिव सेना के चीफ व्हिप सुनील प्रभु की ओर से दायर याचिका में क्या आधार दिया गया है, नीचे पढ़िए..
गवर्नर ने बिना मंत्रिपरिषद की सलाह के फ्लोर टेस्ट का आदेश दिया है. कल ही गवर्नर की विपक्ष के नेता से मुलाकात हुई और उन्होंने फ्लोर टेस्ट कराने को कह दिया. मुख्यमंत्री से सलाह लेने की जरूरत नहीं समझी गई.
39 विधायकों में से किसी विधायक ने व्यक्तिगत रूप से या सामूहिक रूप से गवर्नर को महाविकास अघाड़ी सरकार से समर्थन वापसी के लिये पत्र नहीं लिखा है.
अयोग्य ठहराए जाने की कार्रवाई का फ्लोर टेस्ट से सीधा संबंध है. सुप्रीम कोर्ट में मामला पेंडिंग रहने के बावजूद गवर्नर का फ्लोर टेस्ट कराने का फैसला अयोग्यता की कार्रवाई का सामना कर रहे विधायकों को बचाने की कोशिश है.
सुप्रीम कोर्ट में पेंडिंग रहने के बावजूद इस बीच फ्लोर टेस्ट कराने का कोई औचित्य नहीं है.
महाराष्ट्र कैबिनेट अपडेट: कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेताओं की प्री कैबिनेट बैठक शुरू हो गई. कैबिनेट के प्रस्ताव और सुप्रीम कोर्ट के मामले पर चर्चा.
महाराष्ट्र में कल उद्धव सरकार का शक्ति परीक्षण होना है. राज्यपाल ने कल सुबह 11 बजे विधानसभा का सत्र बुलाया. शाम 5 बजे तक फ्लोर टेस्ट पूरा करने का वक्त दिया गया है. फ्लोर टेस्ट का लाइव प्रसारण होगा. राज्यपाल ने चिट्ठी लिखकर उद्धव ठाकरे को बहुमत साबित करने को कहा.
NCP नेता जयंत पाटिल का बड़ा बयान, कहा- अगर शिंदे शिवसेना के साथ होंगे, तब महाविकास आघाड़ी सरकार बहुमत साबित कर पाएगी.
महाराष्ट्र के ताजा हालात पर महाविकास अघाड़ी की बैठक में कांग्रेस NCP शामिल, लेकिन बैठक में शिवसेना शामिल नहीं.
महाविकास अघाड़ी की बैठक में अनिल परब, अनिल देसाई जैसे नेताओं को शामिल होना था. बैठक में कोई शिवसेना नेता शामिल नहीं हुआ.
फ्लोर टेस्ट को लेकर बीजेपी ने अहम बैठक बुलाई. फडणवीस के घर बैठक होगी. महाराष्ट्र बीजेपी के नेता शामिल होंगे.
शिवसेना नेता संजय राउत का बयान, 'संविधान की धज्जियां उड़ रही है, गलत तरीके से सरकार गिरने की कोशिश हो रही.'
फ्लोर टेस्ट का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की. सुनील प्रभु ने याचिका दायर की.
फ्लोर टेस्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका पर 5 बजे सुनवाई होगी.
बागी विधायक गुलाब राव पाटिल ने की संजय राउत पर की टिपण्णी. कहा- ये लोग बालासाहेब की फोटो लगाकर बड़े हुए और हम उनकी विचारधारा पर काम करके बड़े हुए.
गुलाब राव पाटिल ने उद्धव ठाकरे पर भी तंज किया. उन्होंने कहा कि हम जैसे विधायकों को छोड़ दिया पर शरद पवार को नहीं छोड़ रहे.
महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता अशोक चव्हाण ने बैठक बुलाई. राज्य के ताजा हालात को लेकर चर्चा की.
एकनाथ शिंदे के घर की सुरक्षा बढ़ाई गई. फ्लोर टेस्ट के लिए एकनाथ शिंदे मुंबई आएंगे.
सूत्रों के हवाले से खबर है कि आज शाम तक बागी विधायक मुंबई पहुंच सकते हैं. भारी सुरक्षा के बीच बागी विधायकों को एयरपोर्ट से विधानभवन ले जाया जाएगा. सीआरपीएफ की कई टुकड़ियों को तैनात किया जाएगा.
महाराष्ट्र के सियासी संकट पर देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की. देवेंद्र फडणवीस ने फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की. इसी के बाद राज्यपाल ने ये फैसला सुनाया है.
बागी विधायक एकनाथ शिंदे गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर के दर्शन किए. शिंदे गुट के सभी विधायक मंदिर पहुंचे. एकनाथ शिंदे ने कहा, महाराष्ट्र की जनता की सुख समृद्धि के लिए मां कामाख्या से मन्नत मांगी.
शिंदे गुट के विधायक आज दोपहर ही गुवाहाटी को होटल से गोवा के लिए रवाना हो गए. गोवा में विधायकों के आने से पहले होटल के बाहर सुरक्षा बढ़ाई गई.
सियासी उठापटक के बीच सूत्रों के मुताबिक सरकार गठन पर बीजेपी की रणनीति बन रही है. बीजेपी को सरकार बनाने पर भरोसा, शिवसेना को ज्यादा नुकसान होगा.
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी और शिंदे गुट के बीच मंत्री पद बंटवारे का फॉर्मूला तय हो गया है, जानकारी के मुताबिक सरकार बनने पर देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री और एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री बन सकते हैं.
सूत्रों के मुताबिक सीएम उद्धव ठाकरे ने मंत्री के तौर पर एकनाथ शिंदे के फैसलों की जानकारी मांगी. 1 जून के बाद के फैसलों की रिपोर्ट मांगी.
सोनिया गांधी ने उद्धव ठाकरे से फोन पर बातचीत की. कांग्रेस के समर्थन का भरोसा दिया.
शिवसेना नेता संजय राउत ने बागी विधायकों पर जुबानी हमला बोला है. उन्होंने कहा कि 'गद्दारों को माफी नहीं, शिवसेना के नाम पर जीत कर दिखाओ.'
उद्धव ठाकरे सीएम पद से इस्तीफा नहीं देंगे. उद्धव गुट ने फ्लोर टेस्ट का सामना करने के संकेत दिये हैं.
महाराष्ट्र के सियासी संकट पर शिवसेना ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई. आज राज्यपाल के हस्तक्षेप को लेकर महा विकास आघाड़ी ने कोर्ट जाने का फैसला लिया.
एकनाथ शिंदे बिधायकों के साथ बैठक करेंगे. फ्लोर टेस्ट की रणनीति पर चर्चा होगी. एकनाथ शिंदे ने 50 विधायकों के साथ होने का दावा किया.