नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल की धूपगुड़ी सीट पर उपचुनाव से ठीक पहले मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस की पूर्व विधायक मिताली रॉय ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. रॉय धूपीगुड़ी सीट से साल 2016 से 2021 तक टीएमसी से विधायक रह चुकी हैं. 2021 में उन्हें बीजेपी कैंडिडेट बिष्णु पद रॉय ने चुनाव हरा दिया था. अब यह सीट बिष्ण पद के देहांत की वजह से खाली हो गई है. इस पर पांच सितंबर को उपचुनाव है. 


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मिताली रॉय की ज्वाइनिंग बीजेपी में हाईप्रोफाइल रही. उनकी ज्वाइनिंग के वक्त बीजेपी के पश्चिम बंगाल अध्यक्ष सुकांत मजूमदार समेत कई दिग्गज नेता मौजूद रहे. इनमें जलपाईगुड़ी से बीजेपी सांसद जयंत रॉय भी शामिल हैं. उपचुनाव से ठीक पहले पूर्व विधायक का पार्टी छोड़ना तृणमूल कांग्रेस के लिए एक संदेश के रूप में भी देखा जा रहा है. 


क्यों छोड़ी टीएमसी? मिताली ने बताया
बीजेपी ज्वाइन करने के बाद मिताली रॉय ने कहा कि वो टीएमसी के भीतर काम नहीं कर पा रही थीं. उन्होंने कहा कि वह मेंटल प्रेशर से गुजर रही थीं. मिताली ने कहा-मैं बीजेपी से जुड़ी, क्योंकि पार्टी केंद्र में सत्ता में है, जिससे मुझे क्षेत्र के विकास और लोगों की जरूरतें पूरी करने में मदद मिलेगी.'



क्या बोले सुकांत मजूमदार
इस अवसर पर सुकांत मजूमदार ने कहा कि मिताली के आने से बीजेपी के संगठन में मजबूती आएगी. बता दें कि धूपगुड़ी सीट पर उपचुनाव में तृणमूल ने निर्मल चंद्र रॉय को प्रत्याशी बनाया है. वहीं बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले में  शहीद हुए सीआरपीएफ जवान की पत्नी तापसी रॉय को प्रत्याशी बनाया है. इस सीट पर उपचुनाव के नतीजे 8 सितंबर को आएंगे. 


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