मोरबी पुल त्रासदी : मरने वालों की संख्या 141 हुई, अब तक इतने बच्चों के शव मिले
मोरबी पुल त्रासदी : 177 लोगों को बचाया जा चुका है. घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. 19 लोगों का इलाज चल रहा है. 3 लोगों को राजकोट में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
गांधीनगर: गुजरात सरकार ने गुजरात के मोरबी शहर में पुल गिरने की घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है, जिसमें अब तक 141 लोगों की मौत हो चुकी है. अधिकारियों ने कहा कि मच्छू नदी में बचाव अभियान जारी है और मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है.
अब तक क्या नई जानकारी सामने आई
177 लोगों को बचाया जा चुका है. वहीं पुल पर मौजूद लोगों की संख्या 400 के करीब बताई जा रही है. राजकोट से बीजेपी सांसद मोहनभाई कल्याणजी कुंदारिया के 12 रिश्तेदारों की भी इस हादसे में मौत हो गई है. सेना, नेवी, एयरफोर्स एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, एसडीआरएफ की टीमें जुटी हुई हैं. 19 लोगों का इलाज चल रहा है. 3 लोगों को राजकोट में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
इतने बच्चों के शव मिले
सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों ने स्थानीय मीडिया को बताया है कि अब तक 45 बच्चों के शव बरामद किए जा चुके हैं. मरने वालों की कुल संख्या का करीब 70 फीसदी है. मोरबी के सरकारी अस्पताल ने 47 मृतकों की सूची जारी की है.
कौन करेगा जांच
नगर पालिका आयुक्त राजकुमार बेनीवाल जांच पैनल का नेतृत्व करने जा रहे हैं. मोरबी के लिए रवाना होने से पहले, उन्होंने कहा, "टीम के सभी सदस्य रविवार को त्रासदी स्थल पर पहुंचेंगे और जांच शुरू करेंगे. टीम का पहला काम निलंबन पुल के ढहने के कारण का पता लगाना और निष्कर्षो के आधार पर पता लगाना है. भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए एसआईटी सुझाव भी देगी."
उन्होंने कहा कि चार तकनीकी विशेषज्ञ हैं जो टीम का हिस्सा हैं, जो संरचनात्मक डिजाइन और गुणवत्ता नियंत्रण में अच्छे हैं, और पुल के नमूने एकत्र करेंगे और साथ ही इसकी गुणवत्ता की जांच की जाएगी कि उचित मानक बनाए रखा गया था या नहीं.
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