नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के समक्ष शांति का संदेश दिया है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा-एक दोस्त होने के नाते मैंने हमेशा कहा है कि भावी पीढ़ियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए शांति सबसे महत्वपूर्ण है. लेकिन मै यह भी जानता हूं कि युद्ध के मैदान में समाधान संभव नहीं है. बम, बंदूकों और गोलियों के बीच समाधान और शांतिवार्ता संभव नहीं है. हमें शांति का मार्ग वार्ता के जरिए प्रशस्त करना चाहिए.  



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पीएम मोदी ने कहा- मैं आपको और वैश्विक समुदाय को विश्वास दिलाता हूं कि भारत शांति के पक्ष में है, कल आपकी बात सुनने के बाद मैं आशान्वित हूं. शांति बहाली के लिए भारत हरसंभव तरीकों से सहयोग को तैयार है. युद्धक्षेत्र में कोई समाधान संभव नहीं है.


'सहयोग बढ़ाना चाहते हैं'
रूस के साथ सहयोग बढ़ाने पर प्रधानमंत्री ने कहा-हम रूस के साथ अपने सहयोग को बढ़ाना चाहते हैं ताकि हमारे किसानों का कल्याण हो. जब दुनिया में खाद्य पदार्थों, ईंधन और उर्वरक की कमी थी; हमने अपने किसानों को समस्या नहीं आने दी और इसमें रूस के साथ संबंधों ने भूमिका निभाई. दुनिया को पिछले पांच वर्ष में अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ा; पहले कोविड-19 की वजह से और फिर अनेक संघर्षों के कारण. भारत लगभग 40 वर्ष से आतंकवाद की चुनौती का सामना कर रहा है; मैं सभी प्रकार के आतंकवाद की निंदा करता हूं. इसके अलावा पीएम ने कहा-मुझे विश्वास है कि आने वाले वर्षों में हमारे संबंध और मजबूत होंगे. ऊर्जा क्षेत्र में भारत-रूस सहयोग ने दुनिया की भी मदद की है.


कलाकारों से मिले पीएम मोदी
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी सांस्कृतिक कलाकारों से मुलाकात की और उनसे बातचीत भी की. भारत के प्रधानमंत्री से मिलकर रूसी कलाकार काफी उत्साहित नजर आए. इसका वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में पीएम मोदी अपने स्वागत में गुजरात का फेमस गरबा करने वाले रूसी कलाकारों से वार्तालाप कर रहे हैं. पीएम ने रूसी कलाकारों से पूछा कि गरबा सीखने के लिए कितनी प्रैक्टिस करनी पड़ी? इस पर कुछ कलाकारों ने बताया कि छह महीने से गरबा सीख रहे हैं.