उत्तरकाशी: मजदूरों को रेस्क्यू करने का नया प्लान, जानें 900 MM के पाइपों से कैसे बचेंगी 40 जिंदगियां
Uttarkashi Rescue Operation: अधिकारियों ने बताया कि 900 मिमी व्यास के एमएस पाइप को सुरंग के अंदर क्षैतिज ड्रिलिंग कर मलबे में डाला जाएगा. इसी किए जरिए मजदूर सुरंग से बाहर आ सकेंगे. फिलहाल ड्रिलिंग मशीन के लिए प्लेटफॉर्म बनाया जा रहा है.
नई दिल्ली: Uttarkashi Rescue Operation: उत्तरकाशी की सिलक्यारा-डंडालगांव सुरंग में बीते दो दिनों से 40 मजदूर फंसे हुए है. गनीमत की बात ये है कि वे सारे सुरक्षित हैं. लेकिन अभी तक वे बाहर नहीं निकल पाए हैं. बचावकर्मी अलग-अलग उपाय लगाकर उन्हें बाहर निकालने के प्रयास में जुटे हुए हैं. मंगलवार बचावकर्मियों ने को मलबे में बड़े व्यास के एमएस (माइल्ड स्टील) पाइप डालने शुरू कर दिए हैं. इनसे मजदूरों को बाहर निकाला जाएगा.
कैसे बचाए जाएंगे मजदूर
अधिकारियों ने बताया कि 900 मिमी व्यास के एमएस पाइप को सुरंग के अंदर क्षैतिज ड्रिलिंग कर मलबे में डाला जाएगा. इसी किए जरिए मजदूर सुरंग से बाहर आ सकेंगे. फिलहाल बनाया जा रहा है. इन पाइपों को ड्रिलिंग मशीन के जरिए अंदर डाला जाएगा, फिलहाल ड्रिलिंग मशीन के लिए प्लेटफॉर्म बनाया जा रहा है. बता दें कि पहले मलबा हटाया जा रहा था. लेकिन अधिकारियों ने कहा कि एमएस पाइप्स को अंदर भेजना उतना मुश्किल नहीं है, जितना मलबा हटाना.
पॉइंट्स में जानें, कैसे बचेंगे मजदूर?
- देहरादून से बरमा ड्रील मशीन मंगवाई गई है, जो मलबे को हटाने का काम करेगी.
- जैसे-जैसे मलबा हटेगा, माइल्ड स्टील पाइप्स को अंदर धकेला जाएगा.
- जैसे ही पाइप मजदूरों तक पहुंचेंगे, इनकी पुशिंग और ड्रील मशीन को रोक दिया जाएगा.
- पाइप्स का व्यास (डायामीटर) 900 मिमी है, इसके अंदर से मजदूर आसानी से बाहर निकाले जा सकते हैं.
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