नई दिल्ली: कन्हैयालाल की हत्या की जांच में एजेंसियां दिन रात सबूतों की तलाश कर रही हैं और उन्हें अपनी तलाश में कामयाबी भी मिल रही है. पहले आरोपियों के पाकिस्तान कनेक्शन का पता चला, बाद में दो और आरोपी भी पकड़े गए. जिन पर हत्या करने वालों के वीडियो को वायरल करने का आरोप है.


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जयपुर NIA कोर्ट को केस ट्रांसफर


शुक्रवार को ही गौस मोहम्मद के नाम से रजिस्टर्ड एक्टिवा भी बरामद कर ली गई थी. ये एक्टिवा कन्हैया की दुकान से महज पांच सौ मीटर की दूरी पर खड़ी थी. शुक्रवार को उदयपुर में कन्हैयालाल साहू हत्याकांड मामले में कोर्ट ने आरोपी मोहसिन और आसिफ को ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया है.


घटना स्थल के पास सफेद एक्टिवा मिली. वारदात के बाद से एक्टिवा वहीं खड़ी थी. जिसका रजिस्ट्रेशन गौस मोहम्मद के नाम से है. RJ-27-BS-1226 नम्बर की एक्टिवा मिली है, हत्या के दूसरे आरोपी की गाड़ी होने का अंदेशा है.


शुक्रवार को ही NIA ने कोर्ट में ट्रान्जिट रिमांड के लिए प्रार्थना पत्र दिया था. SIT ने दोनों को एक दिन के ट्रांजिट रिमांड पर लिया था, लेकिन इस बीच NIA टीम ने केस ट्रांसफर के लिए प्रार्थना पत्र पेश किया. कोर्ट ने सभी अर्जियों की जांच के बाद केस जयपुर NIA कोर्ट को ट्रांसफर कर दिया.


हत्याकांड मामले में अब आगे की सभी सुनवाई जयपुर NIA कोर्ट में होगी. मामले में गिरफ़्तार चारों आरोपियों को आज जयपुर NIA कोर्ट में पेश किया जायेगा. कोर्ट में NIA टीम आज गौस मोहम्मद औक रियाज के रिमांड को लेकर भी अर्जी दाखिल कर सकती है.


एनआईए को सौंपी गई हत्या की जांच


उदयपुर की एक जिला अदालत ने दर्जी कन्हैया लाल की हत्या के मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी है. एनआईए अब आरोपियों गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है. इस पहले, हत्या की जांच के लिए एनआईए की टीम गुरुवार रात कानपुर पहुंची और कई जगहों पर छापेमारी की.


बताया जा रहा है कि हत्यारों के पास से जो दस्तावेज बरामद हुए थे, उसमें कानपुर का कनेक्शन पाया गया था, जिसके बाद इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया. इस बीच, आरोपियों को उदयपुर से अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट कर दिया गया है. राजस्थान के कई जिलों में शनिवार को पांचवें दिन भी इंटरनेट बंद रहा, वहीं हिंसा को रोकने के लिए धारा 144 भी एक महीने के लिए लगा दी गई है.


उदयपुर हत्याकांड में एटीएस और एसओजी ने अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जहां दो आरोपियों को हत्या वाले दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया, वहीं दो अन्य को गुरुवार रात को गिरफ्तार किया गया.


हत्याकांड के आरोपियों का पाकिस्तान कनेक्शन


उदयपुर की हत्याकांड में दावत-ए-इस्लामी नाम के संगठन का भी कनेक्शन सामने आया है. बताया जा रहा है कि संगठन का लिंक पाकिस्तान से है. हालांकि दावत-ए-इस्लामी दावों को खारिज करते हुए कहा है कि वो सिर्फ शैक्षिक गतिविधियों में शामिल हैं और उनका किसी आतंकी संगठन से संबंध नहीं है.


हालांकि इसी दावत-ए-इस्लामी की लाइब्रेरी में ऐसी किताबें भी हैं. जो कुछ और ही पढ़ाती हैं. जैसी कि एक किताब है फैज़ान ए सुन्नत.. जिसमें मुल्क में बंटवारे के वक़्त की कई कहानियां हैं. इन कहानियों में बताया जाता है कि बंटवारे के वक्त मुसलमानों पर जुल्म बहुत से जुल्म हुए.


उदयपुर की इस घटना में दावत-ए-इस्लामी का क्या कनेक्शन है. इसका सबूत आने वाले समय में एजेंसियां पेश करेंगी, लेकिन इस घटना को लेकर हो रहा विरोध प्रदर्शन पूरे राजस्थान में चल रहा है. किशनगढ़, अलवर, करौली, अजमेर और हिण्डौन शहर में आज अलग अलग संगठनों ने.. इस हत्याकांड के विरोध में बंद बुलाया है.


अधिकारियों पर कार्रवाई, इंटरनेट सेवा पर रोक


बंद के दौरान किसी भी तरह की अफवाह ना फैले. इसके लिए प्रशासन ने जयपुर संभाग, अलवर और दौसा में शुक्रवार शाम साढ़े पांच से 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गई है.


इस बीच उदयपुर हत्याकांड की गाज पुलिस अधिकारियों पर भी गिर रही है. शुक्रवार को उदयपुर के IG और एसपी का ट्रांसफर कर दिया गया था, लेकिन इसके बाद देर शाम उदयपुर के अडिशनल एसपी अशोक कुमार मीणा को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया.


कन्हैया लाल की हत्या को लेकर एजेंसियां हर सबूत की गहनता से जांच कर रही हैं और धीरे धीरे इस हत्याकांड से जुड़े कई लिंक सामने आ रहे हैं, अब देखना होगा कि जांच में कौन सा नया खुलासा होता है.


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