नई दिल्ली: Gurpatwant Singh Pannun: अमेरिका में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार भारतीय निखिल गुप्ता के परिवार ने सुप्रीम कोर्ट से मदद मांगी है. कोर्ट में दायर की गई याचिका में परिवार ने दावा किया है कि निखिल गुप्ता दिल्ली के रहने वाले एक कारोबारी हैं. उन्हें अपने परिवार से भी संपर्क नहीं करने दिया जा रहा. गिरफ्तारी से निखिल के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन हुआ है.


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याचिका में क्या कहा गया
जानकारी के मुताबिक, निखिल को अमेरिका में ही गिरफ्तार किया गया है. याचिका में निखिल के परिवार ने दावा किया है कि निखिल की गिरफ्तारी में औपचारिक वारंट प्रस्तुत नहीं किया गया. स्थानीय चेक अधिकारियों के बजाय अमेरिकी एजेंटों ने उसकी गिरफ्तारी की है. दावा है कि निखिल गुप्ता को 100 से ज्यादा दिनों तक एकांत कारावास में रखा गया.


जबरन गाय और सूअर का मांस खिला रहे 
सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई याचिका में दावा किया गया है कि निखिल एक सच्चा हिंदू. वह शाकाहारी है, लेकिन हिरासत में उसे जबरन गोमांस और सूअर का मांस खाने के लिए मजबूर किया गया. इसे निखिल की धार्मिक मान्याताओं का उल्लंघन बताया है. साथ ही याचिकाकर्ता का आरोप है इ निखिल को न तो राजनयिकों तक पहुंचने दिया जा रहा और न ही परिवार से बातचीत कराई जा रही. वह पानी स्वतंत्रता से वंचित कर दिया गया है. निखिल गुप्ता भारत गणराज्य के कानून का पालन करने वाले शांतिपूर्ण नागरिक हैं. वो अपनी मां, पत्नी और दो बच्चों वाले के साथ नई दिल्ली में रहते हैं. 


क्या है मामला
दरअसल, खालिस्तानी समर्थक आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू का आरोप है कि भारत सरकार ने उसे मारने की साजिश रची है. अमेरिका भी ऐसे ही आरोप लगा रहा है. इन आरोपों के तहत ही निखिल गुप्ता की गिरफ्तारी हुई है. गुप्ता पर आरोप है कि उसी ने पन्नू को मारने की साजिश रची. 


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