पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के फूलपुर से 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलों का खंडन करते हुए कहा कि उनकी केवल देश में विपक्षी दलों को एकजुट करने की महत्वाकांक्षा है. उन्होंने अपने पीछे खड़े डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की और इशारा करते हुए कहा कि नई पीढ़ी को बढ़ावा देना उनका मकसद है.


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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा- मेरी कोई व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा नहीं है कि मैं सांसद या देश में कोई अन्य पद पाऊं. मेरे समर्थक मेरे नाम का प्रचार कर सकते हैं लेकिन मैं लोकसभा चुनाव को मजबूती से लड़ना चाहता हूं. जिस तरह से कुछ लोग (भाजपा नेता) चुनाव में फायदा उठाने के लिए हिंदू-मुसलमान के सांप्रदायिक एजेंडे के माध्यम से समाज को विभाजित कर रहे हैं, मैं इसके खिलाफ हूं और इसलिए मैं देश में अधिकतम विपक्षी दलों की एकता के लिए 2024 में सफलता पाने के लिए काम कर रहा हूं. लोकसभा चुनाव और मेरे प्रयास जारी रहेंगे.


बीजेपी पर बोला हमला, बोले-देश को बांट रहे
आगे बीजेपी पर हमला बोलते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र की वर्तमान सरकार देश को बांट रही है. वे मीडिया सहित हर संगठन पर नियंत्रण करने की कोशिश कर रहे हैं. आप लोग इसके बारे में बेहतर जानते हैं. केंद्र सरकार द्वारा देश में कोई काम नहीं किया गया है. विभाजनकारी राजनीति पर काम कर रहे लोगों को सबक सिखाने के लिए मजबूत विपक्ष देश हित में है.


जवाहर लाल नेहरू की पारंपरिक सीट रही है फूलपुर
फूलपुर सीट देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की पारंपरिक सीट मानी जाती है. इस सीट पर 1962 में नेहरू और राम मनोहर लोहिया के बीच चर्चित मुकाबला हुआ था. इस सीट पर बीजेपी अब तक सिर्फ दो बार जीत हासिल कर सकी है. नेहरू के अलावा वीपी सिंह, विजय लक्ष्मी पंडित, जनेश्वर मिश्र, केशव प्रसाद मौर्य जैसे नेताओं ने इस सीट का प्रतिनिधित्व किया है.


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