लखनऊ. लोकसभा चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद अब यूपी के सत्ताधारी गठबंधन में मंथन का दौर जारी है. इस बीच एनडीए की सहयोगी  सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर का मानना है कि उनकी पार्टी हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनावों में चुनाव चिन्ह 'छड़ी' के कारण हारी. उन्होंने कहा-हमारा चुनाव चिन्ह 'छड़ी' ईवीएम में तीसरे नंबर पर था. मूल निवासी समाज पार्टी का चुनाव चिन्ह 'हॉकी स्टिक' था और ईवीएम पर छठे नंबर पर था. हमारे मतदाता 'छड़ी' और 'हॉकी स्टिक' के बीच भ्रमित हो गए, यह दोनों एक जैसे दिखते हैं. यह बताता है कि मूल निवासी समाज पार्टी की उम्मीदवार लीलावती राजभर को 47 हजार से ज्यादा वोट कैसे मिले.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

चुनाव आयोग से करेंगे यह आग्रह....
राजभर यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा-मेरी पार्टी अब चुनाव आयोग से संपर्क करेगी और उनसे आग्रह करेगी कि वे उम्मीदवारों को समान दिखने वाले चुनाव चिह्न आवंटित न करे. इससे मतदाताओं के मन में भ्रम पैदा होता है. मैं पार्टी कार्यकर्ताओं से बात कर रहा हूं कि क्या वे हमारे चुनाव चिह्न में बदलाव चाहते हैं?


चुनाव का ठीकरा पहले बीजेपी पर फोड़ा!
बता दें कि चुनावी हार का ठीकरा पहले राजभर बीजेपी पर भी फोड़ चुके हैं. राजभर ने सुभासपा कार्यकर्ताओं से कहा था कि हमने ईमानदारी से चुनाव लड़ा. हमने गठबंधन धर्म निभाया, लेकिन गठबंधन के दूसरे नेता गठबंधन धर्म निभाना नहीं जानते. उत्तर प्रदेश की जनता ने सीएम योगी और पीएम मोदी को नकार दिया है. हालांकि, बाद में उन्होंने अपने इस बयान पर सफाई पेश करते हुए कहा कि यह उनके विरोधियों का दुष्प्रचार है.


बीजेपी की तरफ से भी मिला जवाब
इसके जवाब में बीजेपी नेता और यूपी में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि घोसी में अरविंद राजभर को जो भी वोट मिले हैं, वे भाजपा के हैं. उन्होंने कहा-एसबीएसपी को न तो घोसी और न ही अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में राजभर वोट मिले. ओम प्रकाश राजभर का बयान उनकी निराशा को दर्शाता है.


यह भी पढ़ें: RSS ने BJP के साथ मतभेद की अटकलें नकारी, तो क्या आज गोरखपुर में मुलाकात करेंगे भागवत-आदित्यनाथ?


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.