`मुझे बचा लो पापा`, जब शाहरुख ने पेट्रोल छिड़ककर आग लगाई तो चीखी थी अंकिता
एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि जब अंकिता को शाहरुख ने आग लगाई तब उसने (अंकिता) अपनी जिंदगी बचाने के लिए पिता से गुहार लगाई थी. अंकिता ने जोर से चिल्लाकर कहा था- `मुझे बचा लो पापा.`
नई दिल्ली: झारखंड में 16 वर्षीय अंकिता हत्याकांड में नई-नई जानकारियां सामने आ रही हैं. अब एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि जब अंकिता को शाहरुख ने आग लगाई तब उसने (अंकिता) अपनी जिंदगी बचाने के लिए पिता से गुहार लगाई थी. अंकिता ने जोर से चिल्लाकर कहा था- 'मुझे बचा लो पापा.'
द प्रिंट में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक अंकिता को उसके घर वाले प्यार से छोटी कहकर पुकारते थे. परिवार के मुताबिक घटना के दिन अंकिता सुबह में तब जगी उसे अपने शरीर पर तरल पदार्थ होने का एहसास हुआ. पेट्रोल जैसी गंध का एहसास होते ही जैसे ही उसने उठने की कोशिश की खिड़की से शाहरुख एक माचिस की तीली उसके शरीर पर फेंक चुका था. दर्द में कराह उठी अंकिता बगल में अपने पिता के कमरे में भागी और मदद की गुहार लगाई.
क्या बोले अंकिता के पिता
अंकिता के पिता संजीव सिंह के मुताबिक-हल्ला सुनकर मैं जागा और मेरे सामने आग लपटें उठ रही थीं. ये बेहद भयानक दृश्य था. छोटी लगातार कह रही थी- पापा मुझे बचा लो, पापा मुझे बचा लो.
तुरंत अस्पताल लेकर भागे थे पिता संजीव
दुमका एक दुकान में हेल्पर की नौकरी करने वाले संजीव सिंह अपनी बेटी को लेकर दुमका मेडिकल कॉलेज भागे. अगले दिन अंकिता को राजेंद्र इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज रांची रेफर कर दिया गया. यह झारखंड का सबसे बड़ा अस्पताल है. पांच दिनों तक मौत से चली जंग के बाद अंकिता की 28 अगस्त को मौत हो गई थी.
मामले में दोनों आरोपी हो चुके गिरफ्तार
मामले में आरोपी शाहरुख और छोटू (नईम) गिरफ्तार किए जा चुके हैं. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का खास इलाका कहा जाने वाला दुमका रविवार के बाद से नाराजगी से भरा हुआ है. घटना के बाद से विपक्षी बीजेपी लगातार राज्य सरकार को घेर रही है. विपक्ष का आरोप है कि अंकिता की मौत अनदेखी के कारण हुई.
रघुबर दास का ट्वीट- 'इस गूंगी-बहरी सरकार को जनता सबक सिखाएगी'
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने ट्वीट किया है- 'मानवता और झारखंड दोनों शर्मसार हैं. लव जिहाद की शिकार हुई बेटी अंकिता के परिजनों से आज बात हुई. उनका दुख बांटा नहीं जा सकता है. मुख्यमंत्री और स्थानीय विधायक ने घायल अंकिता की सुध तक नहीं ली. तुष्टीकरण में लिप्त इस गूंगी-बहरी सरकार को जनता सबक सिखाएगी.'
क्या बोले हेमंत सोरेन
वहीं हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर कहा है- अंकिता बिटिया को भावभीनी श्रद्धांजलि. अंकिता के परिजनों को रु 10 लाख की सहायता राशि के साथ इस घृणित घटना का फ़ास्ट ट्रैक से निष्पादन हेतु निर्देश दिया है. पुलिस महानिदेशक को भी उक्त मामले में एडीजी रैंक अधिकारी द्वारा अनुसंधान की प्रगति पर शीघ्र रिपोर्ट देने हेतु निर्देश दिया है.
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