जाति आधारित जनगणना की मांग के बीच पीएम मोदी ने इन चार को बताया सबसे बड़ी जातियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि ‘विकसित भारत’ का संकल्प नारी, युवा, किसान और गरीब के चार ‘अमृत स्तंभों’ पर टिका है और यही चार उनके लिए सबसे बड़ी जातियां हैं जिनका उत्थान ही भारत को विकसित बनाएगा. प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के लाभार्थियों से संवाद करने के बाद उन्हें संबोधित करते हुए यह कहा.
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि ‘विकसित भारत’ का संकल्प नारी, युवा, किसान और गरीब के चार ‘अमृत स्तंभों’ पर टिका है और यही चार उनके लिए सबसे बड़ी जातियां हैं जिनका उत्थान ही भारत को विकसित बनाएगा. प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के लाभार्थियों से संवाद करने के बाद उन्हें संबोधित करते हुए यह कहा.
तो देश की हर जाति होगी सशक्तः पीएम
उन्होंने कहा कि ये चारों जातियां जब सारी समस्याओं से मुक्त होंगी और सशक्त होंगी तो स्वाभाविक रूप से देश की हर जाति सशक्त होगी, पूरा देश सशक्त होगा. प्रधानमंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब आगामी लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दल जाति आधारित जनगणना को मुद्दा बनाने की लगातार कोशिश कर रहे हैं.
देश में 25 हजार जन औषधि केंद्र होंगे
इस अवसर पर मोदी ने ‘प्रधानमंत्री महिला किसान ड्रोन केंद्र’ के साथ ही देश में जन औषधि केंद्रों की संख्या 10,000 से बढ़ाकर 25,000 करने की परियोजना की शुरुआत की. उन्होंने झारखंड के देवघर में 10,000वें जन औषधि केंद्र को जनता के लिए समर्पित भी किया. मोदी ने कहा, 'विकसित भारत का संकल्प चार अमृत स्तंभों पर टिका है. ये अमृत स्तंभ हैं - हमारी नारीशक्ति, हमारी युवा शक्ति, हमारे किसान और हमारे गरीब परिवार. मेरे लिए सबसे बड़ी जाति है- गरीब. मेरे लिए सबसे बड़ी जाति है- युवा. मेरे लिए सबसे बड़ी जाति है- महिलाएं. मेरे लिए सबसे बड़ी जाति है- किसान.'
पीएम ने बताया, क्या है उनका लक्ष्य
उन्होंने कहा कि इन चार जातियों का उत्थान ही भारत को विकसित बनाएगा और अगर इन चारों जातियों का उत्थान हो जाएगा तो इसका मतलब है कि सबका उत्थान हो जाएगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस देश का कोई भी गरीब चाहे वह जन्म से कुछ भी हो, उसका जीवन स्तर सुधारना और इसी प्रकार युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर देना ही उनका लक्ष्य है.
'महिलाओं को सशक्त करना है'
उन्होंने कहा, 'कोई भी महिला चाहे उसकी जाति कोई भी हो, मुझे उसे सशक्त करना है. उसके जीवन की मुश्किलें कम करनी है. उनके जो सपने दबे पड़े हैं, उनको पंख देना है तथा संकल्प से भरना है. इस देश का कोई भी किसान चाहे उसकी जाति कुछ भी हो, मुझे उसकी आय बढ़ानी है. उसका सामर्थ्य बढ़ाना है. खेती को आधुनिक बनाना है.'
प्रधानमंत्री ने मांगा आशीर्वाद
मोदी ने कहा कि वह जब तक इन चार जातियों को मुश्किलों से उबार नहीं देते, तब तक वह चैन से नहीं बैठने वाले हैं. उन्होंने कहा, 'बस, आप मुझे आशीर्वाद दीजिए ताकि मैं इतनी शक्ति से काम करूं कि इन चारों जातियों को सारी समस्याओं से मुक्त कर दूं. यह चारों जातियां जब सशक्त होंगी तो स्वाभाविक रूप से देश की हर जाति सशक्त होगी. जब यह लोग सशक्त होंगे तो पूरा देश सशक्त होगा. इसी सोच पर चलते हुए आज विकसित भारत संकल्प यात्रा गांव-गांव पहुंच रही है.'
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