नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान दूसरी शादी रचाने वाले हैं. 6 साल पहले उनके तलाक के बाद पहली पत्नी और बच्चे अमेरिका में रहते हैं. हालांकि उनके शपथ ग्रहण समारोह में दोनों बच्चे आए थे. जानकारी के अनुसार सीएम मान के लिए मां और बहन ने लड़की चुनी है.


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शादी में सिर्फ परिवार होगा शामिल


डॉक्टर गुरप्रीत कौर से CM भगवंत मान की शादी होगी. अपने ही घर में एक छोटे से प्राइवेट समारोह में शादी होगी. सिर्फ परिवार वाले शामिल शादी में होंगे. अरविंद केजरीवाल भी दोनों को आशीर्वाद देने आएंगे.



2015 में बिखर गया भगवंत मान का परिवार


भगवंत मान खुद बताते हैं कि राजनीति में आने की वजह से बहुत कुछ खोना पड़ा. भगवंत मान का उनकी पत्नी से 2015 में ही तलाक हो गया. यहां तक कि उनके बच्चे भी अब उनसे बात नहीं करते.


एक इंटरव्यू में खुद भगवंत मान ने बताया, 'मेरी अब मेरे बच्चों से फोन पर भी बात नहीं होती. शायद मैं अपने परिवार को वक्त नहीं दे पाता था इस वजह से मुझे अपनी पत्नी से दूर होना पड़ा. हमने आपसी सहमति से ही तलाक लिया था.'



इसी इंटरव्यू में भगवंत मान ने आगे बताया कि कई सालों से फोन पर भी बच्चों और पत्नी से उनकी बात नहीं हुई. अब वे पंजाब को ही अपना पूरा परिवार बताते हैं.


आपको बता दें, भगवंत मान का जन्म 17 अक्टूबर 1973 को पंजाब के संगरूर जिले के सतोज गांव में हुआ था. उनकी पहली पत्नी का नाम इंदरप्रीत कौर है. ये बात साल 2015 की है, जब भगवंत मान और उनकी पत्नी इंदरप्रीत कौर का तलाक हो गया था. तलाक के बाद उनकी बीवी और बच्चे देश छोड़ कर चले गए थे.



पहली पत्नी से पंजाब के सीएम के दो बच्चे हैं. एक बेटा और एक बेटी, बेटे का नाम दिलशान मान और बेटी का नाम सीरत कौर मान है.


कॉमेडी छोड़ रखा राजनीति में कदम


भगवंत मान एक समय देश के जाने माने कॉमेडियन थे. उन्होंने शोज में पार्टिसिपेट किया और खूब नाम कमाया. ऐसा बताया जाता है कि 1990 के दशक में भगवंत मान और जगतार जग्गी ने एक कॉमेडी जोड़ी के रूप में अपनी पहचान बनाई थी. उन्होंने तकरीबन 12 से अधिक फिल्मों में भी काम किया. इसके बाद उन्होंने सियासत में अपनी किस्मत आजमाने का फैसला लिया और वो आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए.


साल 2014 में उन्होंने आम आदमी पार्टी के टिकट पर संगरूर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. इसके बाद 2019 में भी इस जीत का सिलसिला बरकरार रहा. इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने उन्हें पंजाब से सीएम प्रत्याशी घोषित किया. चुनाव में आम आदमी पार्टी को प्रचंड जीत हासिल हुई.


जब सीएम मान ने किया था शराब न पीने का वादा


भगवंत मान के शराब पीने को लेकर काफी विवाद देखने को मिला. उनपर ये भी आरोप लगा कि वो शराब पीकर संसद पहुंचे थे. इसके बाद उन्होंने आम आदमी पार्टी की जनसभा में उन्होंने शराब नहीं पीने की कसम खाई थी.


भगवंत मान अपनी मां के साथ मंच पर आए और अपनी मां की कसम खाते हुए कहा, 'मां कसम मैंने 1 जनवरी से शराब पूरी तरह छोड़ दिया है, अब इसे कभी हाथ भी नहीं लगाऊंगा.' ये घटना जनवरी 2019 की है.


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