आग से खेल रहे राहुल गांधी, `जितनी आबादी, उतना हक` नारे पर बोले किरेन रिजिजू
किरेन रिजिजू ने कहा है- इस मांग से अरुणाचल प्रदेश और पर्वतीय राज्य और हजारों छोटे समुदाय लगभग हर चीज से महरूम रह जाएंगे. मुश्किल भरे सीमावर्ती इलाकों में सुविधाएं नहीं पहुंच पाएंगी क्योंकि इन इलाकों में कुछ ही लोग रह सकते हैं. राष्ट्र निर्माण में अल्पसंख्यक समुदाय को हिस्सेदारी देने का कभी अवसर नहीं मिल पाएगा.
नई दिल्ली. कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 'जितनी आबादी, उतना हक' की मांग को लेकर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने प्रतिक्रिया दी है. किरेन रिजिजू का कहना है कि राहुल गांधी ऐसी मांग कर आग के साथ खेल रहे हैं.किरेन रिजिजू का कहना है कि जनसंख्या के आधार पर अधिकारों का बंटवारे से खतरा पैदा हो सकता है और इससे देश में अल्पसंख्यक समुदाय के अवसरों पर असर पड़ सकता है.
सोशल मीडिया पर क्या बोले किरेन रिजिजू
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा- इस मांग से अरुणाचल प्रदेश और पर्वतीय राज्य और हजारों छोटे समुदाय लगभग हर चीज से महरूम रह जाएंगे. मुश्किल भरे सीमावर्ती इलाकों में सुविधाएं नहीं पहुंच पाएंगी क्योंकि इन इलाकों में कुछ ही लोग रह सकते हैं. राष्ट्र निर्माण में अल्पसंख्यक समुदाय को हिस्सेदारी देने का कभी अवसर नहीं मिल पाएगा.
नीतीश सरकार ने जारी किए हैं आंकड़े
दरअसल जातीय जनगणना की बहस मजबूत रूप से बिहार से निकली है. बिहार की नीतीश सरकार ने जातीय जनगणना के आंकड़े भी जारी कर दिए हैं. इस जातीय जनगणना को कांग्रेस का भी समर्थन है और जितनी आबादी, उतना हक जैसे नारे को राहुल गांधी भी बुलंद कर रहे हैं.
राजीव गांधी ने किया विरोध
हालांकि राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी ने भरी संसद में मंडल कमीशन को कोसा था. उन्होंने 1990 में संसद के भीतर कहा था, 'वीपी सिंह मंडल कमीशन के जरिए हमारे समाज में दरार डाल रहे हैं, जबकि हमारे देश का लक्ष्य जाति विहीन (Castless Society)होना चाहिए.
ये भी पढ़ें- Sikkim Floods: सिक्किम में आई भीषण बाढ़, सेना के 23 जवान लापता, जानें कैसे बना इतना भयानक मंजर
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.