नई दिल्ली. अयोध्या बन रहे भगवान राम के मंदिर में 'रामलला' की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है. राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा है कि मंदिर का गर्भ गृह तैयार हो गया है. अगले साल मकर संक्रांति के बाद 16 से 24 जनवरी के बीच रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. उन्होंने कहा कि यह काम मंदिर की पहली मंजिल का निर्माण होने के साथ ही किया जाएगा.


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दरअसल चंपत रविवार को हरिद्वार पहुंचे थे जहां उन्होंने संतों से मिलकर उन्हें मंदिर निर्माण की प्रगति की जानकारी दी. राय ने संतों को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने का न्योता भी दिय है. राय ने कहा, ‘मकर संक्रांति के बाद 16 से 24 जनवरी, 2024 के बीच किसी भी तिथि को मंदिर के गर्भगृह में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कर दी जाएगी.’ 


'करोड़ों राम भक्तों का सपना अब पूरा होने वाला है'
मंदिर निर्माण को लेकर उल्लास से भरे चंपत राय ने कहा कि करोड़ों राम भक्तों का सपना अब पूरा होने वाला है और वर्षों चले विवाद के बाद रामलला अब अयोध्या में अपने भव्य मंदिर में विराजमान होने वाले हैं. उन्होंने साफ किया कि अभी संतों को मौखिक रूप से ही निमंत्रण दिया जा रहा है. आगामी नवंबर महीने में लिखित रूप में निमंत्रण दिया जाएगा. देश के सभी परंपराओं के साधु-संतों को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित किया जायेगा.  



कितना काम हो चुका?
चंपत राय ने संतों को जानकारी दी कि मंदिर में रामलला के गर्भगृह में रामलला की मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा की जगह पूरी तरह तैयार हो चुकी है. पहली मंजिल की छत का काम 80% पूरा हो चुका है.


'भक्तों का दर्शन और मंदिर निर्माण एक साथ हो सकते हैं'
जनवरी में मंदिर भक्तों के लिए भी खोला जा सकता है. चंपत राय का कहना है कि मंदिर का निर्माण और भक्तों का दर्शन एक साथ चल सकते हैं और इससे काम में कोई बाधा नहीं आएगी. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने  उम्मीद जताई है कि 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद एक बार फिर से नरेन्द्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे.


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