नई दिल्ली: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट, अयोध्या के महासचिव चम्पत राय ने कहा कि जन मानस दिसंबर, 2023 से श्रीरामलला के भव्य मंदिर का दर्शन कर सकेंगे. उन्होंने बताया कि मंदिर में शानदार नक्काशी करायी गयी है और उत्तर भारत में ऐसा विशाल भव्य मंदिर और कहीं नहीं होगा.


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कब कर सकेंगे रामलला के दर्शन?


सुलतानपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रक्षा बंधन उत्सव कार्यक्रम में भाग लेने आये राय ने शुक्रवार को कहा, 'सुलतानपुर अयोध्या से नजदीक है इसलिए यहां के लोगों को दिसंबर 23 में श्रीराम लला के दर्शन का न्योता दे रहा हूं' उन्होंने कार्य प्रगति की जानकारी देते हुए मंदिर निर्माण की तकनीकी जानकारी भी दी.


उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण का कार्य बहुत अच्छी गति से आगे बढ़ रहा है और ऐसे में दिसंबर 2023 तक मंदिर दर्शन करने योग्य हो जाएगा. उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण में लोहे का उपयोग नहीं हो रहा है और कांक्रीट के ऊपर पत्थर लगाए जा रहे हैं. राय ने कहा कि यह अतिशयोक्ति नहीं होगी कि जिस तरह की नक्काशी और डिजाइन से मंदिर बन रहा है कि श्रद्धालु देखते रह जायेंगे.


पूरा हो चुका है 40 फीसदी निर्माण कार्य


इससे पहले श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से बीते 5 अगस्त को ट्वीट करके ये जानकारी साझा की गई थी कि मंदिर का निर्माण कार्य 40 फीसदी पूरा हो चुका है. ट्वीट में लिखा गया कि 'अयोध्या में भगवान श्रीराम की जन्मभूमि पर बन रहे भव्य मंदिर का कार्य 40% पूरा हो चुका है. मंदिर के भूतल पर नक्काशीदार पत्थर लगाने का कार्य जारी है.'



बता दें, मंदिर निर्माण में लगने वाले पत्थरों को जोड़ने के लिए तांबे की पत्तियों का उपयोग किया जा रहा है. ये जानकारी भी निर्माण कार्य शुरू होने के दौरान ही ट्रस्ट के द्वारा ही साझा की गई थी.


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