कोलकाताः देश में कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसके चलते सरकारें लगातार सख्तियां बढ़ाती जा रही हैं. इसी बीच कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा पूर्ण लॉकडाउन लगाए जाने के बाद राज्य के कई बड़े मंदिरों में रविवार से प्रवेश पर रोक लगा दी गई है.
30 मई तक है लॉकडाउन
पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने इससे पहले 16 से 30 मई तक राज्य में संपूर्ण लॉकडाउन लगाए जाने की घोषणा की थी. महानगर स्थित दक्षिणेश्वर काली मंदिर और बीरभूम जिले के तारापीठ काली मंदिर को रविवार से श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया. दक्षिणेश्वर मंदिर के अधिकारियों की तरफ से कौशल चौधरी ने कहा, ‘‘हमने श्रद्धालुओं के प्रवेश पर 30 मई तक पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है.उन्होंने कहा कि दैनिक पूजा और अन्य रीति-रिवाज पहले की तरह जारी रहेंगे. 


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तारापीठ मंदिर प्रबंधन ने नोटिस जारी कर कहा कि कोविड-19 लॉकडाउन के कारण श्रद्धालु 16 मई से 30 मई तक मंदिर परिसर में नहीं आ सकेंगे.प्रबंधन ने कहा, ‘‘हम समय-समय पर स्थिति की समीक्षा करेंगे.’’बहरहाल, रीति-रिवाज जारी रहेंगे.इस्कॉन मायापुर ने श्री चंद्रदया मंदिर को दर्शकों और स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए 30 मई तक बंद कर दिया है.


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बहरहाल, कई छोटे मंदिर खुले रहे जिनमें महानगर के श्यामबाजार इलाके में काली मंदिर और अगरपारा के बेलताला इलाके के मंदिर शामिल हैं.महामारी और लॉकडाउन के कारण 65 गिरजाघरों ने भी श्रद्धालुओं का प्रवेश रोक दिया है.


परीक्षा भी टाली गई थी
इससे एक दिन पहले ममता बनर्जी सरकार ने राज्य में 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को भी टालने का फैसला किया था. ये परीक्षाएं जून में शुरू होने वाली थी, लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने इसे टालने का फैसला किया है. बता दें कि देश के कई और राज्यों ने भी अपने यहां लॉकडाउन की अवधि को बढ़ा लिया है. सख्तियां जारी हैं और लोगों से सावधानी बरतने की लगातार अपील की जा रही है.