नई दिल्लीः संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सोमवार को सिविल सेवा परीक्षा-2021 के परिणाम घोषित किए थे. 685 उम्मीदवारों ने परीक्षा पास की. इनमें एक ऐसे शख्स ने भी परीक्षा पास की, जिसने बचपन से संघर्षों का सामना किया. इस शख्स का नाम है रिंकू राही, जिन्होंने राह के कांटों को अपने सिर का ताज बना लिया.


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सिविल सेवा परीक्षा 2021 की पास
वह प्राथमिक विद्यालय से पढ़ाई कर पीसीएस अधिकारी (समाज कल्याण अधिकारी) बने और साल 2019 से हापुड़ स्थित राजकीय आईएएस पीसीएस निःशुल्क कोचिंग सेंटर के प्रभारी रहे. अब रिंकू राही ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा 2021 पास कर 683वां स्थान प्राप्त किया है. 


सरकारी स्कूल में हुई है रिंकू की पढ़ाई
आटा चक्की चलाने वाले शिवदान सिंह ने बताया कि परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, वह कॉन्वेंट स्कूल में बच्चों को नहीं पढ़ा सकते थे, इस वजह से उनके बेटे रिंकू की पढ़ाई सरकारी स्कूल से ही हुई. उन्होंने बताया कि रिंकू ने परिषदीय स्कूलों से प्राथमिक शिक्षा प्रात की और राजकीय इंटर कॉलेज से इंटर किया. 


2008 में पीसीएस में हुआ था चयन
उन्होंने बताया कि अच्छे नंबर लाने पर उसे छात्रवृत्ति मिली और फिर उसे टाटा इंस्टीट्यूट से बीटेक किया एवं वर्ष 2008 में उसका चयन पीसीएस में हुआ. सिंह ने बताया कि 2008 में पीसीएस में चयन होने के बाद रिंकू मुजफ्फरनगर में समाज कल्याण अधिकारी बने. 


हमले में गंवा दी थी एक आंख
इस दौरान उन्होंने विभाग में चल रहे घोटालों को उजागर किया, जिससे घोटालेबाजों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चलवाईं और इस घटना में उनकी एक आंख चली गई. पिता के अनुसार कई जनपदों में रहने के बाद साल 2019 से वह हापुड़ स्थित राजकीय आईएएस पीसीएस निःशुल्क कोचिंग सेंटर के प्रभारी के रूप में कार्यरत हैं. 


रिंकू राही ने बताया कि उनके कार्यकाल के दौरान 300 से भी अधिक बच्चे पीसीएस, पीपीएस सहित अन्य विभागों में नियुक्त हुए हैं.


 



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