सागर धनखड़ हत्याकांड: रोहित करोर गिरफ्तार, बयान से फिर पलट गया सुशील कुमार
सागर धनखड़ हत्या मामले में वारदात के वक्त का वीडियो सामने आया है. हाथ में डंडा लिए पहलवान सुशील कुमार नजर आया. वो दावा कर रहा है कि उसने पहलवान सागर को नहीं मारा. वहीं इस मामले में एक और आरोपी रोहित करोर को पुलिन ने गिरफ्तार कर लिया है.
नई दिल्ली: छत्रसाल स्टेडियम में 4-5 मई की रात को हुए सागर धनकड़ हत्याकांड मामले में दिल्ली पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने हत्याकांड के बाद से फरार एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है.
आरोपी रोहित करोर गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने पहलवान सुशील कुमार के साथी रोहित करोर को गिरफ्तार किया है. पिछले 14 साल से रोहित पहलवानी कर रहा है. वो सुशील कुमार के बेहद खास लोगों में से एक है.
केस में अब तक 8 लोगों की गिरफ्तार
पुलिस ने आरोपी रोहित करोर को गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के अनुसार रोहित वारदात वाले दिन सुशील कुमार के साथ मौजूद था. सागर धनखड़ हत्या केस में अब तक कुल 8 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
सागर हत्याकांड से जुड़े आठ आरोपी पुलिस ने अब तक गिरफ्तार कर लिए हैं. इनमें पहलवान सुशील कुमार भी शामिल है. इससे पहले हमने आपको सुशील के खिलाफ सबसे बड़ा सबूत दिखाया था. जिसमें वो डंडा लेकर सागर की पिटाई करते दिख रहे हैं. वहीं पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस वक्त की बड़ी ख़बर है कि सुशील बार-बार बयान बदल रहा है. वो दावा कर रहा है कि उसने पहलवान सागर को नहीं मारा.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक सुशील झूठे बयान दे रहा है. सुशील कुमार ने बयान दिया है कि मैंने सागर धनखड़ को नहीं मारा है. पहलवानों का दो ग्रुप आपस में लड़ रहा था. मैं पहलवानों के एक ग्रुप को समझाने गया था.
23 मई को फरार सुशील कुमार को सागर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था. और आज सुशील कुमार की 6 दिन की रिमांड खत्म होने वाली है. ऐसे में सुशील कुमार का एक्सक्लूसिव तस्वीर आने के बाद दिल्ली पुलिस और रिमांड की मांग कर सकती है.
सुशील कुमार की 'क्राइम डायरी'
अब तक सुशील कुमार को लेकर ये सवाल उठ रहे हैं कि सुशील कुमार का दिल्ली के कुख्यात अपराधियों, गैंगस्टर के साथ संबंध था और वो उनके साथ उठता-बैठता था. यहां तक कि सुशील के एक इशारे पर बदमाश कुछ भी करने को तैयार हो जाते थे, लेकिन सवाल है कि आखिर सुशील कुमार उन अपराधियों के संपर्क में आया कैसे?
दरअसल सुशील कुमार और अपराधियों के बीच सांठ-गांठ की वजह है टोल प्लाजा.. ज़ी मीडिया को सूत्रों से जानकारी मिली है कि सुशील कुमार को 3 से 4 साल पहले दिल्ली के कई टोल प्लाजा पर टोल कनेक्शन का ठेका मिला.
जिन टोल प्लाजा के लिए उसे ठेका मिला उनमें अचौंदी बॉर्डर, कुतुबगढ़ टोल, नाहरा टोल और लाड़पुर टोल शामिल थे. इन टोल प्लाजा पर टैक्स कलेक्शन के लिए सुशील कुमार को लोगों की जरूरत थी. टोल कलेक्शन के लिए सुशील कुमार ने ऐसे पहलवानों की भर्ती की, जिनके संबंध गैंगस्टर से थे. जिस टोल के नजदीक जिस बदमाश या गैंगस्टर का दबदबा होता था, उसके करीबी आदमी को सुशील टोल कलेक्शन के लिए भर्ती करता था.
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