भोपाल: ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद सिंधिया का समर्थन करने वाले मध्य प्रदेश कांग्रेस के 19 विधायकों ने राज्यपाल को इस्तीफा भेज दिया है. कांग्रेस के 19 विधायकों ने एक साथ मध्य प्रदेश के राजभवन में इस्तीफा भेजा है. इसके बाद राज्य में भाजपा की सरकार बनना लगभग तय है. 


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बौखलाई कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य को बताया गद्दार



 


ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ते ही पार्टी में खलबली मच गई है. मध्य प्रदेश में पार्टी को बड़ा झटका लगने से बौखलाए कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य पर गुस्सा निकालने लगे हैं. लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी ने तो उन्हें गद्दार तक कह दिया और कहा कि पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखाकर ठीक ही किया है. साथ ही अधीर ने माना कि अब मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार का बचना संभव नहीं है.


पीएम मोदी और अमित शाह से भी मिले सिंधिया


ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मिलने उनके आवास पहुंचे थे. दोनों नेताओं के बीच लगभग एक घंटे तक बैठक चली। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी उनके साथ रहे. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है.



 


केंद्र में मंत्री बन सकते हैं सिंधिया


ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को गृहमंत्री अमित शाह के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इसके साथ ही अब मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार का गिरना तय हो गया है क्योंकि 20 से अधिक विधायक उनके समर्थक हैं और वे भी इस्तीफा दे चुके हैं. पीएम मोदी से मुलाकात के बाद सिंधिया अमित शाह की कार में बैठकर ही बाहर निकले. इससे पहले सिंधिया अपने आवास से अकेले खुद कार चलाकर अमित शाह के घर पहुंचे थे, जहां से अमित शाह के काफिले में लोक कल्याण मार्ग पर पीएम आवास पहुंचे. पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया.



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