खुद ही गवाही दे रहे हैं छत पर बिखरे सबूत, दंगाई हैं आप पार्षद ताहिर हुसैन !
आम आदमी पार्टी और इसके पार्षद ताहिर हुसैन गंभीर सवालों के घेरे में हैं. ऐसे कई सबूत मिल रहे हैं जो कह रहे हैं कि ताहिर हुसैन की दंगों में खास भूमिका थी. आईबी कर्मी अंकित का परिवार उन पर हत्या का आरोप लगा चुका है. अब उनकी छत से भारी मात्रा में तेजाब के पैकेट, पत्थर, पेट्रेल बम आदि मिले हैं.
नई दिल्लीः दिल्ली हिंसा में आप पार्षद की भूमिका को लेकर जो आशंकाएं जताई जा रही थीं, वह सच साबित होती दिखाई दे रही हैं. ताहिर हुसैन एक हिंसात्मक वीडियो के वायरल होने के बाद सवालों के घेरे में आए थे. लेकिन यह घेरा अब धीरे-धीरे उनके गले की फांस बनता जा रहा है और कसता ही जा रहा है.
दरअसल उनके घर की छत से गुलेल, पत्थर, पेट्रोल बम और तमाम छिटपुट ऐसी वस्तुएं मिली हैं. एक और वायरल हो रहे वीडियो में यह दावा किया जा रहा है. वीडियो में बताया जा रहा है कि यह छत ताहिर हुसैन के घर की है.
आईबी कर्मी की हत्या का भी आरोप
अगर दंगा फैलाने का आरोप साबित होता है तो आईबी कर्मी की हत्या के शक की सुई भी उन पर ही घूमेगी. मृतक का परिवार पहले ही कह चुका है कि जिस शाम अंकित वापस लौट रहे थे. ताहिर के आदमी ही उन्हें खींच ले गए थे. इसके बाद कपिल मिश्रा ने भी एक वीडियो जारी कर आरोप लगाया था कि ताहिर हुसैन घर की छत से दंगा भड़का रहे हैं.
घर के छत पर सामान मिलने वाला वीडियो सही है तो इससे साफ-साफ सामने आ रहा है कि आप पार्षद ने न सिर्फ दंगा भड़काने की साजिश कर रखी थी, बल्कि पूरी तरह उसमें शामिल भी थे.
कट्टों में पत्थर, पॉलिथीन में तेजाब
दिल्ली में अभी माहौल कुछ शांत है. ऐसे में कुछ मीडियाकर्मी जब ताहिर हुसैन की घर की छतपर पहुंचे तो यहां अजीब ही नजारा दिखा. घर की छत पर पत्थर ही पत्थर दिखे. कई पत्थरों को टुकड़े कर छोटा किया गया था तो कई जगहों पर चूरा बिखरा पड़ा मिला. मौके से एक बड़ी सी गुलेल भी पड़ी मिली है.
इसके अलावा कोल्ड ड्रिंक की बोतलों में पट्रोल भरा मिला है, जिनपर कपड़ा लगाकर उनसे बम बनाने की कोशिश हुई है. इसके अलावा कई कट्टे, बोरियां मिलीं, जिनमें से कुछ में पत्थर भी थे. इसके अलावा तेजाब से भरे कई पैकेट भी मिले.
दिल्ली हिंसाः 27 की मौत, आईबी कर्मी की हत्या, इन पर 'आप' क्या कहेंगे
ताहिर कह रहे हैं, ये सब कैसे आया, पता नहीं
आप पार्षद ने इस मामले में बड़ भोलेपन से जवाब दिया कि यह सब कहां से आया पता नहीं. मामले में वह खुद को बेकसूर बता रहे हैं. उनका कहना है कि हिंसा के वक्त वह घर में मौजूद ही नहीं थे. पुलिस ने उन्हें पहले ही वहां से निकाल दिया था. वह बोले कि मेरे घर से कौन बम फेंक रहा था पता नहीं.
उन्होंने यह भी दावा किया कि सामने वाले घरों से भी उनके घर की तरफ पत्थर चल रहे थे.
जान की कीमत पर सियासी दुकान चमका रही हैं विपक्षी पार्टियां
बचाव में खड़ी है आप
आम आदमी पार्टी अपने पार्षद के बचाव में खड़ी नजर आ रही है. पार्टी ने दिल्ली पुलिस पर ही आरोप लगा दिया. कहा कि पुलिस ताहिर के घर पर आठ घंटे बाद पहुंची थी. इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. आप नेता संजय सिंह का कहना है कि 'ताहिर हुसैन का सवाल है, उन्होंने बयान जारी किया. उनके घर के अंदर भीड़ घुसी, तो पुलिस को जानकारी दी.
लगातार अपने को बचाने के लिए पुलिस से मदद मांगी. पुलिस आठ घंटे बाद पहुंची और पुलिस ने उन्हें निकाला. कहीं कोई दोषी हो, तो आप कार्रवाई कीजिए. ताहिर हुसैन का बयान है कि उनके घर में भीड़ घुसी थी. पत्थर क्यों थे, इस पर कहा कि पुलिस के अधिकारी ही यह बता सकते हैं.