नई दिल्ली. देश के नए संसद भवन में सोमवार से संसद का विशेष सत्र शुरू होने जा रहा है. केंद्र सरकार की तरफ से इस सत्र के लिए अपना एजेंडा साफ कर दिया है. इस सत्र में चार विधेयक पेश किए जाएंगे. साथ ही देश के संसदीय इतिहास पर चर्चा की जाएगी. इसमें संविधान सभा से लेकर वर्तमान तक का समय शामिल है. 


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वहीं विपक्ष की तरफ से सरकार की तरफ से एजेंडा साफ करने के पहले तक विपक्ष लगातार मांग कर रहा था कि एजेंडा क्यों नहीं बताया जा रहा है. विपक्ष की तरफ से भी कई मुद्दे प्रस्तावित किए गए थे जिन पर विशेष सत्र के दौरान बहस की मांग की गई थी. इनमें मणिपुर हिंसा का भी मुद्दा शामिल है. 


उपराष्ट्रपति ने किया ध्वजारोहण
इससे पहले रविवार को देश उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने नए संसद भवन पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ नई संसद के गज द्वार के ऊपर तिरंगा फहराया. यह ध्वजारोहण संसद सत्र की शुरुआत से ठीक एक दिन पहले हुआ.


सर्वदलीय बैठक में क्या हुआ
संसद सत्र से एक दिन पहले रविवार शाम को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में एनडीए और इंडिया गठबंधन के सदस्यों ने हिस्सा लिया. लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने महंगाई, बेरोजगारी, जाति आधारित गणना, LAC विवाद, मणिपुर में स्थिति और कुछ स्थानों पर कथित सामाजिक संघर्ष जैसे मुद्दों पर चर्चा कराने की. बैठक में बीजेडी नेता पिनाकी मिश्रा ने कहा कि इस सत्र में महिला आरक्षण बिल पास होना चाहिए