नई दिल्ली. आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी चीफ चंद्रबाबू नायडू को अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. एक दिन पहले पहले ही नायडू की गिरफ्तारी कथित स्किल डेवलपमेंट घोटाले में हुई थी. नायडू की गिरफ्तारी के बाद विपक्षी पार्टियों ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा था. बीजेपी समेत अन्य पार्टियों ने उचित  प्रक्रिया न फॉलो करने का आरोप लगाया था. 


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राजामुंद्री जेल में रखा जाएगा
नायडू को विजयवाड़ा की एंटी करप्शन ब्यूरो कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेजा. हिरासत में भेजने का फैसला जज हिमबिंदु ने सुनाया. जज ने फैसला सुनाने के साथ ही नायडू को राजामुंद्री जेल में रखने के निर्देश दिए. राज्य प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक नायडू को गिरफ्तारी के 24  घंटे के भीतर कोर्ट में हाजिर कर दिया गया. 


शनिवार सुबह हुई गिरफ्तारी
नायडू की गिरफ्तारी शनिवार सुबह हुई थी. उन्होंने आंध्र प्रदेश सीआईडी ने गिरफ्तार किया. एजेंसी के अधिकारियों का दावा है कि इस घोटाले की वजह से राज्य को 300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. 


कई विपक्षी पार्टियों का विरोध
बता दें कि नायडू की गिरफ्तारी के बाद पूरे राज्य में टीडीपी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन शुरू कर दिया था. राज्य बीजेपी अध्यक्ष दुग्गुबती पुरनदेश्वरी ने कहा कि 'गिरफ्तारी बिना किसी नोटिस के हुई है. साथ ही एफआईआर में चंद्रबाबू नायडू का नाम भी नहीं था. वहीं राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि भारतीय राजनीति में अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ अतिवादी कदम उठाना एक नया चलन बन गया है. आंध्र में बीजेपी की सहयोगी पार्टी जनसेना के नेता पवन कल्याण ने भी गिरफ्तारी का विरोध किया है. 


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