अमेरिकी मशीन, विदेशी एक्सपर्ट, 200 रेस्क्यू वर्कर... उत्तरकाशी में जारी है मजदूरों को बचाने की जंग
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में रविवार से निर्माणाधीन सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए अब अमेरिकी मशीन की मदद ली जा रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका ऑगर्स मशीन के जरिए ड्रिल किया जा रहा है. इसे सेना के हरक्यूलिस विमान के जरिए उत्तरकाशी लाया गया. यह मशीन हर घंटे पांच से छह मीटर ड्रिल करती है यानी अगर कोई परेशानी नहीं आई तो 10 से 15 घंटे में मजदूरों को बाहर निकाला जा सकता है.
नई दिल्लीः उत्तराखंड के उत्तरकाशी में रविवार से निर्माणाधीन सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए अब अमेरिकी मशीन की मदद ली जा रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका ऑगर्स मशीन के जरिए ड्रिल किया जा रहा है. इसे सेना के हरक्यूलिस विमान के जरिए उत्तरकाशी लाया गया. यह मशीन हर घंटे पांच से छह मीटर ड्रिल करती है यानी अगर कोई परेशानी नहीं आई तो 10 से 15 घंटे में मजदूरों को बाहर निकाला जा सकता है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लगभग 200 लोगों की टीम लगातार रेस्क्यू में जुटी हुई है. वहीं थाईलैंड, नार्वे और फिनलैंड समेत अन्य देशों के विशेषज्ञों से भी सलाह ली जा रही है.
मुख्यमंत्री ने लिया रेस्क्यू ऑपरेशन का अपडेट
इससे पहले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इंदौर से बुधवार देर रात देहरादून पहुंचे. इसके बाद उन्होंने उत्तरकाशी के सिल्कयारा में निर्माणाधीन सुरंग में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का अपडेट लिया और मुख्य सचिव को अलर्ट रहने का निर्देश दिया. उत्तरकाशी के सिल्क्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए हर संभव उपाय किए जा रहे हैं.
बचाव कार्य में केंद्रीय एजेंसियां भी लगी हुई हैं. एजेंसियों को राज्य सरकार के सभी विभागों से सभी प्रकार का सहयोग मिल रहा है. जिला प्रशासन और राज्य सरकार द्वारा भी लॉजिस्टिक सपोर्ट दिया जा रहा है.
श्रमिकों के परिजनों से किया गया है संपर्क
मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन एवं प्रशासन को पूर्व में ही समुचित दिशा निर्देश दिए जा चुके हैं. राहत एवं बचाव कार्यों में लगी हुई केंद्रीय एजेंसियों की टीम की हौसला अफजाई कर सुरंग में फंसे श्रमिकों को जल्द ही सकुशल निकाला जाए. उन्होंने कहा कि फंसे हुए श्रमिकों के परिजनों से निरंतर संपर्क एवं संचार के लिए प्रशासन ने दूरभाष नंबर जारी किए हैं.
घटनास्थल पर श्रमिकों के परिजनों एवं सहकर्मियों के साथ-साथ घटना की कवरेज करने आए मीडिया जनों के लिए समुचित व्यवस्था बनाने एवं सहयोग करने के जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं.
बचाव कार्य में आई थी बाधा
बता दें कि सुरंग में मंगलवार रात को ताजा भूस्खलन के कारण मलबे में बड़े व्यास के माइल्ड स्टील पाइप डालकर 'एस्केप टनल' बनाने के लिए की जा रही ड्रिलिंग को रोकना पड़ा था. इसके बाद ड्रिलिंग के लिए स्थापित की गयी ऑगर मशीन भी खराब हो गई थी जिससे बचाव कार्य में बाधा आई थी.
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