नई दिल्ली, Valinath Temple Pran Pratistha: मेहसाणा जिले की विसनगर तहसील के तरभ गांव में 22 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में श्री वालीनाथ महादेव के महाशिवलिंग व स्वर्ण शिखर का प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव आयोजित किया जाएगा. वालीनाथ शिवधाम तीर्थ मेहसाणा जिले के लोगों की आस्था का प्रतीक है. आज पीएम मोदी की मौजूदगी में 500 किलोग्राम वजन के महाशिवलिंग की प्राणप्रतिष्ठा होगी.


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कैसे बना शिवालय?
भारतवर्ष के प्रसिद्ध वास्तुकार सोमपुरा परिवार और राजस्थान व ओडिशा के मूर्तिकारों ने नागर शैली में इस शिवालय का निर्माण निर्माण किया था. मूर्तिकारों की ओर से बड़ी ही बारीकी और मेहनत से इस शिवालय पर नक्काशी की गई है. बता दें कि लगभग 10 वर्षों की कड़ी मेहनत से शिवालय का निर्माण किया गया है. 


यह शिवालय 68 खंभों पर बना है और इसकी ऊंचाई 101 फीट ऊंचा है. इस महाशिवालय की लंबाई 265 फीट है और चौड़ाई 165 फीट है. इसके अलावा इस शिवलिंग को बनाने में करीब 1,45,000 घन फीट पत्थर कर इस्तेमाल हुआ है. 



कैसे पड़ा वालीनाथ नाम?
दंतकथा की जानकारी के मुताबिक भगवान कृष्ण गोपियों के साथ रासलीला कर रहे थे.  इसके बाद महादेव भी गोपियों का रूप धारण कर वहां पर पहुंचे और रास करने लगे. इसी दौरान श्री कृष्ण ने भगवान शिव के नाक और कान में पहनी बाली से उन्हें पहचान लिया था. तभी से महादेव को वालिनाथ को जाना जाता है.


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