नई दिल्ली: विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने वर्ष 2024 में अपनी स्थापना के 60 वर्ष पूरे होने को लेकर अपने एजेंडे का ऐलान कर दिया है और संगठन के विस्तार के साथ-साथ कोर एजेंडे को भी लागू करने के लिए विशेष योजना बनाई है. परिषद ने इस अवसर पर एक करोड़ से अधिक सदस्यों को अपने साथ जोड़ने की घोषणा की है.


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तमिलनाडु के कांचीपुरम में दो दिवसीय केंद्रीय प्रबंध समिति की बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए विहिप के संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने कहा कि साल 2024 में स्थापना के 60 वर्ष पूरे होने पर परिषद एक करोड़ से अधिक सदस्य जोड़ेगी और 15 लाख कार्यकर्ताओं के साथ इसकी इकाइयों की संख्या एक लाख तक पहुंचाई जाएगी.


मंदिरों पर सरकारी नियंत्रण का विरोध
इसके साथ ही जैन ने सोमवार को मंदिरों पर सरकारी नियंत्रण, मंदिरों को तोड़े जाने, अवैध धर्मांतरण, हिंदू मान्यताओं और देवी-देवताओं के प्रति हेट स्पीच के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए इन पर तत्काल रोक लगाने की मांग भी की है.


बता दें कि दक्षिण भारत में मंदिरों पर सरकारी नियंत्रण एक मसला है.


तमिलनाडु सरकार की आलोचना की
बैठक में विहिप ने अवैध कन्वर्जन पर रोक लगाने वाले देश के कुछ राज्यों के कदम का स्वागत हुए इस मामले में तमिलनाडु सरकार के रवैये की आलोचना करते हुए मांग की कि तमिलनाडु सरकार को भी इस पर अंकुश लगाने के लिए तुरंत कानून बनाना चाहिए. विहिप ने हिंदू मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने की मांग करते हुए कहा कि हिंदू समाज का सदैव से मानना रहा है कि हिंदू मंदिर सरकारी नियंत्रण से मुक्त होने चाहिए.


हिंदू मंदिरों को ढहाने का आरोप
विहिप ने अतिक्रमण और अवैध निर्माण के नाम पर तमिलनाडु सरकार पर भेदभावपूर्ण तरीके से हिंदू मंदिरों को भी ढहाने का आरोप लगाया. इसके साथ ही विहिप ने हिंदू मान्यताओं, देवी-देवताओं के प्रति हेट स्पीच के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.


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