Sandeshkhali: संदेशखाली.... BJP हुई हमलावर, जानें कैसे ममता सरकार के गले की फांस बना?
Sandeshkhali Case Story: संदेशखाली की महिलाओं ने आरोप लगाया है कि TMC के कार्यकर्ता उनके साथ यौन उत्पीडन करते हैं. उनकी जमीनों पर कब्जा कर लिया है.
नई दिल्ली: Sandeshkhali Case Story: पश्चिम बंगाल का संदेशखाली इन दिनों में फिर चर्चा में है. यह वही इलाका है, जहां पर बीते दिनों ED की टीम पर हमला हुआ था. यहां पर ईडी की टीम TMC नेता शाहजहां शेख के घर पर छापेमारी करने आई थी. लेकिन उनके साथ मारपीट की गई और इसकी वजह से ईडी के अधिकारियों को मौके से भागना पड़ा. आइए, जानते हैं कि अब संदेशखाली क्यों चर्चा में है?
रेड करने गई थी ED की टीम को पीटा
5 जनवरी, 2024 को 5 जनवरी, 2024 को केंद्रीय जांच एजेंसी (ED) की टीम बशीरघाट उप मंडल के अंतर्गत आने वाले संदेशखाली से जिला परिषद सदस्य शाहजहां के घर में रेड करने गई थी. लेकिन उनके समर्थकों द्वारा टीम के साथ मारपीट की गई, जिसके बाद टीम को वहां से जान बचाकर भागना पडा. इस दौरान कई महिला समर्थकों ने भी ED के खिलाफ प्रदर्शन किया.
ऐसे शुरू हुआ मामला
इसके बाद 8 फरवरी को बड़ी संख्या में महिलाएं शाहजहां शेख के खिलाफ प्रदर्शन करने लगीं. इनका आरोप था कि शाहजहां और उसके आदमियों ने झींगे की खेती के लिए उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया है. इसके अलावा, उन्होंने आरोप लगाया कि सालों से उनके साथ यौन उत्पीडन हो रहा है.
महिलाओं ने लगाए ये आरोप
इलाके की महिलाओं ने आरोप लगाया कि TMC के गुंडे घर-घर घुमते हैं और महिलाओं को उठाकर पार्टी कार्यालय ले जाते हैं, जहां उनके साथ यौन उत्पीड़न किया जाता है. महिलाओं का आरोप है इस घिनौने कृत में शाहजहां के अलावा उसके साथी, TMC नेता उत्तम सरदार और शिवप्रसाद हजारा भी शामिल हैं. महिलाओं का कहना है कि घरों के ज्यादातर लोग बाहर काम करते हैं. यहां होते भी हैं तो मजबूरन उन्हें अपने घर की बहू-बेटी को TMC कार्यकर्ताओं के पास छोड़ना पड़ता है.
अचानक सामने क्यों आई महिलाएं?
महिलाओं का दावा है कि जब शाहजहां फरार हुआ, तब उन्होंने हिम्मत जुटाकर ये बातें सार्वजनिक की हैं. संदेशखाली की महिलाओं ने हाथ में लाठी और झाड़ू उठाकर प्रदर्शन किया. साथ ही आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग भी की.
BJP ने बनाया बड़ा मुद्दा
संदेशखाली में महिलाओं के प्रदर्शन के बाद भाजपा ने इसे प्रदेश स्तर का मुद्दा बना दिया. आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा इसे बड़ा मुद्दा बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रही है. गुरूवार को भाजपा के नेता प्रतिपक्ष शुवेंदु अधिकारी समेत 3 अन्य नेता संदेशखाली जा रहे थे. लेकिन उन्हें बीच रास्ते में ही पुलिस ने रोक दिया. शुवेंदु अधिकारी ने कहा कि मैं कोर्ट का दरवाजा खटखटाउंगा. भाजपा नेताओं ने ममता से इस्तीफा मांगा है.
विधानसभा में क्या हुआ?
15 फरवरी को विधानसभा में संदेशखाली पर खूब बवाल हुआ. भाजपा ने ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा. दूसरी ओर, ममता ने कहा कि संदेशखाली RSS का गढ़ है. हंगामे के बीच भाजपा के विधायकों को सदन से भी निलंबित किया गया. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मैंने अपने जीवन किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया, न ही कभी होने दूंगी. पुलिस की विशेष टीम ने 17 लोगों को गिरफ्तार किया. गलत काम करने वालों को नहीं बख्शा जाएगा.
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