1 सेकेंड में 26 राउंड! भारत के इस हथियार के आगे चीन-पाकिस्तान का ड्रोन क्या परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा
Indian Army: भारतीय डिफेंस देश की रक्षा के लिए फिलहाल ZU-23 मिमी और शिल्का का इस्तेमाल किया जा रहा है. अब भारत किसी भी ड्रोन हमले का जवाब देने की सख्त तैयारी कर रहा है. चलिए जानते हैं क्या है वो खास तैयारी.
Indian Army: किसी भी देश की सुरक्षा को मजबूत करने में एयर डिफेंस का बड़ा योगदान होता है. इसे हर देश का सबसे बड़ा हथियार माना जाता है. मौजूदा जंग के माहौल में ड्रोन खासतौर पर उभरकर सामने आया है. ऐसे में दुनियाभर के हालातों को देखते हुए भारत ने भी ड्रोन को लेकर एक अहम फैसला लिया है. दरअसल, इस समय भारतीय थलसेना के पास जो एयर डिफेंस गन है, उसके लिए अब एक खास तरह का एंटी ड्रोन एन्युनिशन खरीदा जा रहा है.
23-मिमी की खरीदारी के नोटिस जारी
भारतीय थलसेना के पास इस वक्त कई तरह की एयर डिफेंस गन हैं, जिन्हें वक्त के साथ-साथ अपग्रेड भी किया जाता रहा है. वहीं, अब एयर डिफेंस की गन Zu-23 मिमी और इसके ट्रैक्ड वर्जन शिल्का के साथ 23-मिमी गोला बारुद की जरूरत है, जो दुश्मन के ड्रोन को आसमान में ही नष्ट कर दे. गुरुवार को रक्षा मंत्रालय की ओर से 23-मिमी गोला बारूद खरीदने के लिए एक नोटिस (RFI) भी जारी कर दिया गया है. इसमें कितनी लागत आएगी फिलहाल इसका खुलासा नहीं किया गया है.
23-मिमी की खासियत
23-मिमी के राउंड में खासियत होनी चाहिए कि यह एयर बर्स्ट फ्यूज होना चाहिए. इसका अर्थ है कि अगर इससे किसी ड्रोन पर फायर किया जाता है तो वह ड्रोन के करीब जाकर फटे, जिससे कि ड्रोन पूरी तरह से नष्ट हो जाता है. इसमें एक खासियत ये भी होनी चाहिए कि इसमें पहले से ही फ्यूज प्रोग्रामिंग होना चाहिए, जिसकी वजह से 1000 मीटर से 2500 मीटर क रेंज में कोई लॉयटरिंग एम्युनिशन मार गिराया जा सके.
हर साल 2 लाख ड्रोन कर सकता है भारत
बताया जा रहा है कि भारतीय सेना हर साल 2 लाख राउंड एंटी ड्रोन एम्युनिशन को खरीदने की योजना बना रहा है. वहीं, Zu-23 और शिलका एयर डिफेंस सिस्टम में एम्युनिशन का कार्टेज फिट होना चाहिए. गन में किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. Zu-23 मिमी सोवियत काल के गन सिस्टम की है. इसका इस्तेमाल खासतौर पर बॉर्डर पर संवेदनशील क्षेत्रों में सैन्य ठिकानों की सुरक्षा के लिए किया जाता है.
Zu-23 की खासियत
Zu-23 एक डबल बैरल गन है. यह 1600 राउंड प्रति घंटे, यानी 26 राउंड हर एक सेकंड में फायर कर सकती है. इस गन का इस्तेमाल मैनुअल किया जाता है. करीब 2.5 किलोमीटर में आने वाले अपने किसी भी तरह के टार्गेट को यह गन छलनी कर सकती है.
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