Pooja Singhal: कौन हैं आईएएस पूजा सिंघल, जिनके करीबी के आवास से मिला 17 करोड़ कैश
IAS Pooja Singhal Profile: आईएएस पूजा सिंघल और उनके करीबियों के आवास पर शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आईएएस अधिकारी के करीबी के घर से 17 करोड़ कैश मिलने की खबर है.
नई दिल्लीः IAS Pooja Singhal Profile: आईएएस पूजा सिंघल और उनके करीबियों के आवास पर शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आईएएस अधिकारी के करीबी के घर से 17 करोड़ कैश मिलने की खबर है.
कौन हैं आईएएस पूजा सिंघल
पूजा सिंघल भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की अधिकारी और झारखंड सरकार के खदान एवं भूविज्ञान विभाग की सचिव हैं. सिंघल 2000 बैच की आईएएस अधिकारी हैं और पहले खूंटी जिले में उपायुक्त के रूप में तैनात थीं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूजा सिंघल को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का करीबी माना जाता है. उन पर सीएम हेमंत सोरेन, उनके भाई और करीबियों को कौड़ी के भाव में खान आवंटित करने का भी आरोप है.
ईडी ने गबन से जुड़े धन शोधन के मामले में की छापेमारी
दरअसल, ईडी ने झारखंड के खूंटी जिले में मनरेगा कोष में 18 करोड़ रुपये से अधिक के कथित गबन से जुड़े धन शोधन के एक मामले में झारखंड की खनन सचिव के परिसर सहित कई अन्य ठिकानों पर बृहस्पतिवार को छापेमारी की. मामला 2008 से 2011 के बीच का है.
ई़़डी ने झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल और कुछ अन्य राज्यों में 18 परिसरों में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत छापेमारी की. एजेंसी के अधिकारियों द्वारा रांची में एक अस्पताल सहित कुछ अन्य स्थानों पर भी छापेमारी हुई.
मामले में 2020 में जेई हुआ था अरेस्ट
छापेमारी जिस धन शोधन के मामले में हुई, वह झारखंड के कनिष्ठ अभियंता राम बिनोद प्रसाद सिन्हा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पीएमएलए के तहत दर्ज मामले से जुड़ा है. पीएमएलए के तहत मामला दर्ज होने के बाद सिन्हा को 17 जून 2020 को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले से प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया था.
केंद्रीय एजेंसी ने झारखंड सतर्कता ब्यूरो द्वारा सिन्हा के खिलाफ दर्ज की गई 16 प्राथमिकी और आरोपपत्रों का संज्ञान लिया था. इनमें सिन्हा पर अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग करने, जालसाजी और धन की हेराफेरी के जरिये 18.6 करोड़ रुपये के सरकारी धन का गबन करने का आरोप लगाया गया था.
सिन्हा से पूछताछ करने के बाद अगस्त 2020 में एजेंसी ने उनके खिलाफ एक पूरक आरोपपत्र दाखिल किया था. प्रवर्तन निदेशालय ने 4.28 करोड़ रुपये की उनकी सम्पति भी जब्त की है.
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