नई दिल्ली: बिहार में शपथ लेने के मात्र 24 घंटों के भीतर ही राज्य के नवनिर्वाचित कानून मंत्री कार्तिक कुमार के खिलाफ कोर्ट ने वारंट जारी किया है. बता दें कि, कल ही बिहार में कैबिनेट का विस्तार हुआ था. इस दौरान आरजेडी कोटे से एमएलसी कार्तिक कुमार ने भी राज्य के नए कानून मंत्री के तौर पर शपथ ली थी. शपथ ग्रहण करने से ठीक एक दिन बाद अब कोर्ट की तरफ से उनको किडनैपिंग के मामले में वारंट जारी किया गया है. 


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कोर्ट की पेशी में नहीं पहुंचने का आरोप


बिहार के कानून मंत्री कार्तिक कुमार के खिलाफ यह वारंट साल 2014 में एक बिल्डर के अपहरण के मामले को लेकर जारी हुआ है.  किडनैपिंग का यह मामला दानापुर इलाके के बिल्डर के अपहरण का है. इस केस में कार्तिक कुमार आरोपी हैं. कार्तिक कुमार पर पेशी पर नहीं पहुंचने का आरोप है.


कल ही हुआ बिहार कैबिनेट का विस्तार


बता दें कि कल ही बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार की कैबिनेट का विस्तार हुआ था. बिहार के कानून मंत्री कार्तिक कुमार को बाहुबली अनंत सिंह का करीबी बताया जाता है. उनके ऊपर वसूली समेत कई गंभीर मुकदमे हैं. मंगलवार को जब बिहार सरकार के मंत्रियों के नाम की घोषणा हुई तब पता चला कि कई बाहुबलियों को मंत्रिमंडल में जगह दी गई है. इनमें ललित यादव, सुरेंद्र राम और कार्तिक कुमार का नाम शामिल है.


हुआ था विभागों का बंटवारा


मंगलवार को बिहार में नीतीश कुमार कैबिनेट के विस्तार के कुछ ही देर बाद मंत्रालयों और विभागों का बंटवारा भी कर दिया गया था. सीएम नीतीश कुमार ने सामान्य प्रशासन विभाग और गृह मंत्रालय अपने पास रखा. जबकि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को स्वास्थ्य मंत्रालय की कमान सौंपी गई. वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी विजय कुमार चौधरी को मिली तो आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई.



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