जानिए कौन हैं राकेश अस्थाना? जिन्हें बनाया गया Delhi Police का नया कमिश्नर
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी राकेश अस्थाना को दिल्ली के नए पुलिस आयुक्त नियुक्त किया गया है. वो फिलहाल बीएसएफ महानिदेशक हैं. अस्थाना सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर भी रह चुके हैं.
नई दिल्ली: गुजरात कैडर के IPS अधिकारी राकेश अस्थाना को दिल्ली पुलिस का कमिश्नर नियुक्त किया गया है. राकेश अस्थाना (Rakesh Asthana) उस समय चर्चा में आये थे जब सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारियों में अंदरूनी झगड़ा हुआ था.
राकेश अस्थाना को मिली दिपु. की कमान
गुजरात कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी राकेश अस्थाना को मंगलवार को दिल्ली पुलिस आयुक्त नियुक्त किया गया. गृह मंत्रालय (एमएचए) के आदेश के अनुसार, फिलहाल सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक के रूप में कार्यरत अस्थाना तत्काल प्रभाव से दिल्ली पुलिस आयुक्त का कार्यभार संभालेंगे.
अस्थाना की नियुक्ति 31 जुलाई को उनके सेवानिवृत्त होने से कुछ दिन पहले हुई है. उनका कार्यकाल एक साल का होगा. ऐसे बहुत कम उदाहरण हैं जब एजीएमयूटी कैडर के बाहर एक आईपीएस अधिकारी को दिल्ली पुलिस प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया हो.
आलोक वर्मा से विवाद के बाद हुए थे हाईलाइट
आमतौर पर अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम एवं केंद्र शासित प्रदेश (एजीएमयूटी) कैडर से संबंधित किसी अधिकारी को इस पद पर नियुक्त किया जाता है. 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी अस्थाना ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के विशेष निदेशक के रूप में कार्य किया था. सीबीआई में अपने कार्यकाल के दौरान तत्कालीन सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा के साथ उनका विवाद चर्चा में रहा था.
2018 में जब सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच खींचतान हुई थी जब राकेश अस्थाना भी उसमें शामिल रहे थे. तत्कालीन सीबीआई चीफ आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना के बीच अनेक विषयों पर जमकर मतभेद हुए थे इसके बाद सरकार को मामले में दखल देना पड़ा था. अधिकारियों ने रिश्वत लेने के भी गंभीर आरोप एक दूसरे पर लगाये थे. पूरे मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भी हस्तक्षेप किया था क्योंकि ये देश की सभी विश्वसनीय और सबसे अहम जांच एजेंसी की प्रतिष्ठा का सवाल था.
लालू यादव से की थी 6 घंटे तक पूछताछ
सीबीआई में रहते हुए राकेश अस्थाना बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) से जुड़े चारा घोटाले की वजह से पहली बार सुर्खियों में आए थे. वर्ष 1996 में उन्होंने लालू प्रसाद यादव के खिलाफ चारा घोटाले मामले में चार्जशीट दायर की थी. आपको याद दिला दें कि इस केस में उन्होंने ही वर्ष 1997 में लालू प्रसाद यादव से 6 घंटे पूछताछ की थी.
वर्ष 2002 के गोधरा कांड की जांच भी राकेश अस्थाना ने ही की थी, इस जांच को सुप्रीम कोर्ट की कमेटी ने भी बाद में सही माना था. इतना ही नहीं, साल 2008 में हुए अहदमबाद बम ब्लास्ट, असाराम बापू और उनके बेटे नारायण साईं के खिलाफ जांच में राकेश अस्थाना ने अपनी ताबड़तोड़ कार्रवाई के चलते खूब वाह-वाही लूटी थी.
राकेश अस्थाना का जन्म रांची में हुआ था. आईपीएस अधिकारी के तौर पर उन्होंने लंबे समय तक गुजरात में काम किया है. इसी के चलते राकेश अस्थाना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और गृह मंत्री अमित शाह (HM Amit Shah) का खास माना जाता है.
ऐसा नहीं है कि राकेश अस्थाना का नाम विवादों से नहीं जुड़ा है. कुछ वर्षों पहले हैदराबाद के एक कारोबारी ने उनपर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, इसी के बाद सीबीआई में अंदरूनी कलह मच गई थी. उस वक्त अस्थाना और तत्कालीन सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा के बीच जंग छिड़ गई थी. जिसके चलते सीबीआई की खूब किरकिरी हुई थी.
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