नई दिल्ली: महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की कुर्सी छिन गई और एकनाथ शिंदे ने राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. पहले तो उद्धव से शिंदे को सीएम बनने की बधाई दी, इसके बाद महाराष्ट्र की नई सरकार के फैसले पर दुख जताने लगे. आपको पूरा माजरा समझाते हैं. 


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नई सरकार के इस कदम से दुखी हो गए उद्धव


उद्धव ठाकरे ने बताया है कि वो मेट्रो कार शेड को आरे कॉलोनी में फिर से ले जाने के महाराष्ट्र की नयी सरकार के कदम से दुखी हैं. इस दौरान उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा पर जुबानी प्रहार किया.


उन्होंने कहा कि वह महाराष्ट्र की नई सरकार द्वारा मेट्रो कार शेड को मुंबई के कांजुरमार्ग से आरे कॉलोनी में ले जाने संबंधी कदम से दुखी हैं.


पर्यावरणविदों के साथ हैं उद्धव ठाकरे


उन्होंने कहा, 'मैं बताना चाहता हूं कि मेट्रो कार शेड परियोजना आरे में नहीं बल्कि कांजुरमार्ग में है. कांजुरमार्ग कोई निजी भूखंड नहीं है. मैं पर्यावरणविदों के साथ हूं और आरे को आरक्षित वन क्षेत्र घोषित कर दिया गया था. उस जंगल में वन्यजीव मौजूद हैं.'


ठाकरे ने अपनी पार्टी में बगावत को लोकतंत्र का मजाक और लोगों के वोट की बर्बादी बताया. साथ ही उन्होंने अमित शाह पर भी निशाना साधा और बातों-बातों में तंज कसा.


..तो अब महाराष्ट्र में भाजपा का मुख्यमंत्री होता


शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा है कि अगर गृह मंत्री अमित शाह ने 2019 में उनसे किया गया वादा पूरा किया होता तो अब महाराष्ट्र में भाजपा का मुख्यमंत्री होता.


उन्होंने 'तथाकथित शिवसैनिक' को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाये जाने संबंधी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के फैसले पर सवाल उठाये और आश्चर्य जताया कि भाजपा ने 2019 में शिवसेना को मुख्यमंत्री पद देने से इनकार क्यों किया. ठाकरे ने शिवसेना भवन में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा से यह भी कहा कि वह मुंबई को इस तरह धोखा न दे, जैसे कि उसने उन्हें 'धोखा' दिया था.


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