नई दिल्ली: राजस्थान हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस अकील कुरैशी का REET को लेकर दिया एक बयान चर्चा में है. जोधपुर में आयोजित हुए एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने पेपर लीक से जुड़ा बयान दिया है. चीफ जस्टिस का बयान सोशल मीडिया पर भी ट्रोल हो रहा है. गौरतलब है कि जस्टिस अकील कुरैशी राजस्थान चीफ जस्टिस पद से 6 मार्च को सेवानिवृत हो रहे हैं और वे REET पेपर लीक की सीबीआई जांच को लेकर दायर याचिकाओं को भी सुन रहे थे. उनकी बेंच मामले को राजस्थान एसओजी से सीबीआई भेजने से इंकार कर दिया था.


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जानिए क्यों मचा चीफ जस्टिस के बयान पर हंगामा


चीफ जस्टिस मंगलवार को जोधपुर में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. अपने संबोधन में उन्होने REET पेपर लीक को लेकर कहा कि हमारे देश में जब तक बेरोजगारी का मसला हल नहीं होगा, तब तक REET जैसे पेपर लीक होते रहेंगे. चाहे सजा में मृत्युदंड का ही प्रावधान क्यों न कर दिया जाए. आज के इस प्रतिस्पर्धा के दौर में सरकार को रोजगार और आजीविका के नए विकल्प ढूंढने होंगे.


चीफ जस्टिस ने पेपर लीक को रोकने के लिए सख्त सजा के सरकार के प्रावधान पर भी सवाल खड़े किये. उन्होंने कहा कि आगे से ऐसा न हो, इसके लिए हम बहुत सख्त सजा का प्रावधान करने जा रहे हैं. कोर्ट का मसला था इसलिए मैंने कुछ बोलना उचित नहीं समझा. हालांकि, मेरे दिमाग ने कहा था- अब चाहे मृत्युदंड का प्रावधान ही क्यों न कर दें, बेरोजगारी का मसला हम सुलझा नहीं पाएंगे तो पेपर लीक होते रहेंगे.


बेरोजगार संघ अध्यक्ष भी हो रहे ट्रोल
चीफ जस्टिस का बयान वायरल होने के कुछ देर बाद ही REET से जुड़े सैकड़ो मैसेज और ट्वीट किये जाने लगे. राजस्थान बेरोजगार संघ अध्यक्ष उपेन यादव ने भी मंगलवार शाम को ऐतराज का ट्वीट किया जो कुछ देर बाद डिलीट भी हो गया. लेकिन तब तक ये काफी वायरल हो गया. बेराजगार उपेन यादव को भी ट्रोल कर रहे हैं.


चीफ जस्टिस अकील कुरैशी राज्य के बाल अधिकारिता विभाग की ओर स्थापित किये गये बाल परामर्श एवं कौशल विकास प्रशिक्षण केन्द्र के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे. राजस्थान हाईकोर्ट की किशोर न्याय समिति के ​मार्गदर्शन में यह केन्द्र स्थापित किया गया है. समारोह में बाल अधिकारिता विभाग मंत्री ममता भूपेश जस्टिस संदीप मेहता, किशोर न्याय समिति के अध्यक्ष जस्टिस विजय विश्नोई, जस्टिस इन्द्रजीत सिंह, बाल अधिकारिता विभाग के आयुक्त व शासन सचिव गजानन्द शर्मा मौजुद रहे.


सीजे की बेंच कर रही है सुनवाई
REET पेपर लीक की सीबीआई जांच को लेकर राजस्थान हाईकोर्ट में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने जनहित याचिका दायर की थी. जिसे चीफ जस्टिस अकील कुरैशी और जस्टिस सुदेश बंसल की बेंच सुनवाई कर रही है. 24 फरवरी को हुई सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने मामले को सीबीआई को ट्रांसफर करने से इंकार कर दिया. अदालत ने मामले की सुनवाई 6 अप्रैल को तय करते हुए कहा था कि प्रगति रिपोर्ट के बाद जरूरत हुई तो एसआईटी गठित करने पर विचार किया जा सकता है.


6 मार्च को हो रहे हैं सेवानिवृत
राजस्थान के चीफ जस्टिस अकील कुरैशी 6 मार्च को सेवानिवृत हो रहे हैं. वे 12 अक्टूबर, 2021 को त्रिपुरा से तबादले के बाद राजस्थान के चीफ जस्टिस बने थे. 7 मार्च, 2004 को गुजरात हाईकोर्ट में जज नियुक्त हुए जस्टिस अकील कुरैशी को 9 सितंबर, 2019 को त्रिपुरा का चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया था.


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