नई दिल्ली: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वो शख्स हैं जिन्होंने भारतीय राजनीति में अमिट छाप छोड़ी है. इस साल अगर किसी राजनेता की सबसे ज्यादा चर्चा रही. किसी ने लीक से हटकर काम किया तो वो पीएम मोदी ही हैं. मोदी एक गेमचेंजर के रूप में उभरे. उन्होंने ऐतिहासिक और क्रांतिकारी फैसले लिए और सबसे बड़ी बात उन्होंने जो अद्भुत और अविश्वसनीय नेतृत्व क्षमता दिखाई, उसकी साल के शुरू से लेकर अंत तक चर्चा होती रही.


19 की राजनीति में कौन साबित हुआ 'बीस'?


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इस साल लोगों ने पीएम मोदी को मोटिवेटर के तौर पर देखा तो शहीदों के प्रति उनके सम्मान को भी देश देखकर भावुक हुआ. 2019 का साल अगर किसी राजनेता के नाम रहा तो वो नरेंद्र दामोदर दास मोदी हैं.


1). 6 सितंबर, 2019


भारत अंतरिक्ष में इतिहास रचने जा रहा था. मिशन चंद्रयान-2 को लेकर 135 करोड़ भारतीयों के साथ पूरी दुनिया की नजरें बैंगलुरु में ISRO के कंट्रोल रूम पर थीं. पीएम मोदी खुद ऐतिहासिक घटना का गवाह बनने के लिए ISRO के कंट्रोल रूम में मौजूद थे. पीएम मोदी रात भर जगकर मिशन पर नजर बनाए हुए थे. हालांकि मिशन कामयाब नहीं हुआ, लेकिन पीएम मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों की हौसला अफजाई में कोई कमी नहीं छोड़ी.


जब अगली सुबह पीएम मोदी ISRO मुख्यालय से बाहर निकलने लगे और इसरो के अध्यक्ष के. सिवन अपने आंसू नहीं रोक सके. पीएम मोदी ने तुरंत उन्हें गले लगाया और उन्हें ढाढ़स बंधाया. PM का मानना है कि वैज्ञानिक कभी असफल नहीं होते हैं.


15 फरवरी, 2019


2). शहीदों का सम्मान, दुश्मनों को करारा जवाब


पूरा देश गम में डूबा हुआ था. पुलवामा आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. जब इन जवानों के पार्थिव शरीर को दिल्ली एयरपोर्ट लाया गया तो खुद पीएम मोदी वहां मौजूद थे. उन्होंने शहादत देने वाले जवानों की परिक्रमा कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान उन्होंने अपने दोनों हाथ जोड़े हुए थे. पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमले के गुनहगारों को सजा जरूर मिलेगी. जवानों के खून की बूंद-बूंद का बदला लेंगे. और पीएम ने आतंकिस्तान पर बालाकोट एयरस्ट्राइक कर अपना वादा पूरा कर दिया.


3). देशहित में कश्मीर पर क्रांतिकारी फैसले का नेतृत्व


अपने पहले कार्यकाल के अहम एजेंडे में शामिल जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के लिए पीएम मोदी ने इसी साल ऐतिहासिक कदम उठाया. 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को खत्म कर उन्होंने सबको चौंका दिया. इतना ही नहीं तमाम आलोचनाओं के बावजूद वो कश्मीर को आतंकवाद और अलगाववाद से मुक्ति दिलाने के फैसले से पीछे नहीं हटे. खुद देश को समझाया कि अनुच्छेद 370 हटाना क्यों जरूरी था.


4). हिंदुस्तान का सबसे 'उदारवादी' प्रधानमंत्री


रविवार को साल का आखिरी सूर्यग्रहण था. पीएम मोदी ने भी सूर्यग्रहण देखते हुए अपनी तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की. उनकी फोटो पर एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि इस पर अब मीम बनेंगे. जिसके बाद पीएम ने कहा, 'आपका स्वाग्त है, एन्जॉय' पीएम मोदी अपनी आलोचनाओं को भी साकारात्मक रुप से लेते हैं. ये पीएम मोदी का उदारवादी चेहरा है.


सत्ता के महानायक


2019 चुनावी साल रहा, अप्रैल से मई तक चले लोकसभा चुनाव में एक बार फिर राजनीतिक विरोधियों को पछाड़ते हुए नरेंद्र मोदी सबसे बड़े नेता बनकर उभरे. लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के नेतृत्व को भारी जनसमर्थन मिला. जिसकी वजह से बीजेपी दोबारा केंद्र में सत्ता में आई.