नई दिल्ली. ये खबर भारत से नहीं बाहर से आई है. दुनिया में फूलों की घाटी के नाम से विख्यात स्विटजरलैन्ड में कोरोना संक्रमण से सावधानी रखते हुए यहां के वेश्यालयों में तय की गईं हैं नई नई बंदिशें जो न केवल यहां काम करने वालों को कोरोना से सुरक्षित रखेंगी  बल्कि यहां आने-जाने वालों की सुरक्षा का भी ध्यान रखेंगी.



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सोशल डिस्टेसिंग का दुश्मन है यह व्यवसाय


कोरोना काल के सोशल डिस्टेंसिंग वाली आज की दुनिया में वेश्यावृत्ति पर भी भारी संकट आ सकता है. संक्रमण के दौर में सेक्स वर्कर्स के लिये रोजी रोटी कमाने की समस्या पैदा हो सकती है. इसलिये कानूनी रूप से सेक्स वर्क को मान्यता देने वाले देश लॉकडाउन के समानान्तर इस पेशे के अस्तित्व की सुरक्षा के लिये नये नियम बनाने की सोच रहे हैं. स्विटजरलैंड ने तो इस कारोबार के नए नियमों को लेकर एक गाइडलाइन ही जारी कर दी है. 


लगभग अस्सी साल से चल रहे हैं वैश्यालय


अपने प्राकृतिक सौन्दर्य के लिये दुनिया भार में विख्यात स्विटजरलैंड में वैश्यालय शर्म से नहीं बल्कि शान से चलाये जाते हैं. 1942 से चल रहे वैश्यालयों को सरकार ने न केवल वैध घोषित कर रखा है बल्कि सरकार इनको रग्युलेट भी करती है. सेक्स वर्कर्स सरकार के इस फैसले से खुश हैं और उम्मीद कर रहे हैं नए नियमों से  वेश्यालयों में कोरोना संक्रमण का खतरा कम किया जा सकेगा. 



 


दो माह से बैन था वैश्यालयों पर


कोरोना महामारी ने दो माह से यहां के वैश्यालयों पर बैन का ताला लगाया हुआ था जो कि अस्थाई तौर पर निर्धारित किया गया था. अब हालात कुछ काबू में आने के बाद से आने वाले दिनों में नये नियमों के साथ यहां की सरकार सेक्स वर्कर्स को दोबारा अनुमति देने वाली है.


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