नई दिल्ली.  ज्योतिष चमत्कार नहीं विद्या है और अभिज्ञ आनंद जादूगर नहीं ज्योतिषी हैं. आयु से प्रतिभा का कोई लेनादेना नहीं होता. आज चौदह वर्ष के इस भारतीय ज्योतिषी को दुनिया के लोग जान गए हैं और इस विश्वख्याति का कारण बनी  है उनकी आज से डेढ़ साल पहले की गई हैरान कर देने वाली भविष्यवाणी जिसमें उन्होंने कहा था की 2020 में होगा वायरस और मनुष्यों का युद्ध !


सच होने लगा है अभिज्ञ का कथन 


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अभिज्ञ आनंद ने कहा था कि मई माह की तीसवीं तारीख से इस महामारी का खात्मा होना शुरू हो जायेगा. उनकी ये बात सच निकली. असर नज़र आने लगा है और एक दिन में ही कोरोना से राहत की दिशा में शुरुआत हो गई लगती है. अब इंज़ार इस बात का है कि कब आये 5 सितम्बर ताकि कोरोना वायरस पूरी तरह खत्म हो जाए - जैसा कि अभिज्ञ ने कहा था. भारत में संक्रमित लोगों की संख्या एक लाख अड़सठ हजार के करीब है किन्तु इस मामले में राहत के संकेत दिखाई दे रहे हैं. दुनिया के सभी देशों में रिकवरी केस बढ़ने लगे हैं और आज की तारीख में कोरोना मौतों के मामले कम होते नजर आ रहे हैं. 


राहत के समाचार आने लगे हैं


जहां देश में कोरोना मृतकों का आंकड़ा 4,700 से ऊपर जा चुका है वहीं होने वालों की संख्या में भी महत्वपूर्ण बढ़ोतरी देखी गई है. अब तक कुल इक्यासी हजार से अधिक लोगों को अस्पतालों से छुट्टी मिल चुकी है. इसे भी अच्छा संकेत माना जा सकता है कि बहतु से राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने ऐलान किया है कि वहां कोरोना मरीज बड़ी संख्या में ठीक हो रहे हैं और उन्हें अस्पतालों से छुट्टी मिल रही है. आंकड़ों पर गौर करें तो देश में ठीक होने वालों की संख्या में गुरुवार से पिछले दो दिनों में ग्यारह  हजार से अधिक की बढ़ोतरी हुई है. इतना ही नहीं अस्पतालों में इलाज करा रहे कोविड-19 के मरीजों की संख्या में पांच हजार से अधिक की कमी आई है और यह घटकर लगभग 82 हजार रह गई है. 


ये हैं कोरोना ज्योतिषी अभिज्ञ आनंद


कोरोना पर किसी की कोई भविष्यवाणी सच नहीं मानी जा सकती थी अब से चार माह पहले तक क्योंकि तब तक कोरोना क्या होता है दुनिया में एक प्रतिशत लोगों को भी नहीं पता था. और उसके भी चार माह पहले यदि किसी ने कोरोना की आहट पहचान ली हो तो उस विशेष व्यक्ति को अति-विशेष कहना ही होगा.  भारत का यह अति-विशेष व्यक्ति एक चौदह वर्ष का बालक है जो अब दुनिया का जाना माना ज्योतिष-विशारद है.अब अभिज्ञ आनंद को कोरोना ज्योतिषी के नाम से भी जाना जाने लगा है.


अभिज्ञ हैं बहुमुखी प्रतिभा के धनी 


मूल रूप से कर्नाटक के रहने वाले अभिज्ञान आनंद विश्व के सबसे कम उम्र के ज्योतिषी, वास्तुविद और सोने के मूल्य विश्लेषक हैं. वह अपने विशेष विषय अर्थात आयुर्वेदिक माइक्रोबायोलॉजी के सबसे युवा पोस्ट ग्रेजुएट हैं और इसी तरह वास्तु शास्त्र में अपनी स्नातक अर्थात ग्रेजुएशन की डिग्री को भी सबसे कम उम्र में पूरा करने वाले छात्र हैं.


conscience है वीडियो चैनल


अभिज्ञ आनंद और उनकी बहन का 700 से अधिक वीडियो के साथ एक चैनल है, जिसमें ज्योतिष, वास्तु शास्त्र और आयुर्वेद पर 300 से अधिक वीडियो हैं.  उन्होंने वास्तु और ज्योतिष पर दुनिया भर के सैकड़ों ग्राहकों को परामर्श दिया है. और इतनी ही महत्वपूर्ण बात ये है कि दुनिया भर में अभिज्ञान के प्रशंसक हैं जो उनके वीडिओज़ नियमित तौर पर देखते हैं. इस भाई बहन के यूट्यूब चैनल के पचास लाख सब्सक्राइबर हैं.


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