हिसार: जो मामला एसटीएफ टीम ने पकड़ा है, वो फिल्मी दुनियां और पुराने मामलों से बेहद आगे है. इसमें ठग हैं,लालची लोग हैं लेकिन नकली पुलिस भी है. 


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ठगी के लिए अपनाते थे अनोखा तरीका
हिसार में 4 ठगों के एक गिरोह को दबोचा गया है, इनकी ठगी के तरीके को जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे. हिसार में काबू किए गए चारों आरोपियों पर आधा दर्जन के करीब केस दर्ज है. ये ठग लोगों से असली करेंसी लेकर नकली दोगुनी करेंसी देने के नाम पर ठगी करते थे. 


हिसार में एसटीएफ टीम ने इन्हें दो गाड़ियों सहित दबोचा है. इनमें से एक ने तो पुलिस की वर्दी भी पहनी हुई थी. इस मामले की फ्तीश कर रहे हिसार के आजाद नगर में तैनात जांच अधिकारी जोहरा सिंह ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के लिए इन्होंने तरीका भी गजब निकाला था. 


आम तौर पर ये किसी को भी फोन करते और बोलते असली के बदले दोगुनी नकली करंसी लेनी है क्या.  सामने वाला लालच में फंसता और उसे डील के लिए बुला लिया जाता.  डील करने के लिए व्यक्ति को कार में बैठाया जाता.  उसे नकली नोटों वाली गड्डी दे दी जाती.  गड्डी में फिल्मी स्टाइल में ही उपर वाले नोट असली होते, लेकिन बीच के नोट कागज होते थे.


अभी सामने वाला रुपये और खुद को संभाल रहा होता कि इतने में एक गाड़ी में से नकली पुलिस उतरती और रेड वाले स्टाईल में दबिश देती.  मौके पर शोर मचा दिया जाता पुलिस आ गई पुलिस आ गई. इस बीच ठगों के अन्य साथी असली और नकली करेंसी लेकर गायब हो जाते.


ये है ठगों का परिचय
इन सभी ठगों ने मधुबन से नकली पुलिस वाली वर्दी खरीदी थी. इन सभी ठगों को एसटीएफ ने हिसार के मुकलान गांव के पास से दबोचा है. 


गिरफ्तार आरोपियों में शामिल जींद के मनोहरपुर का निवासी रोहित उर्फ मोतीलाल, कश्मीरी लाल, फतेहाबाद स्थित कन्हेड़ी निवासी राजबीर और जींद की ढाणी टेक सिंह वासी कृष्ण उर्फ काला है. इन सभी को दो दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है. इन चारो के पास से पुलिस को करेंसी भी मिली है. 


 जांच में पता चला कि पुलिस की नकली वर्दी मधुबन से खरीदी गई थी. मधुबन में ही हरियाणा पुलिस का प्रशिक्षण सेंटर भी हैं. जांच अधिकारी जोहरा सिंह ने बताया कि आरोपियों को अदालत में पेश करके 2 दिन की रिमांड पर ले लिया है. 


इन लोगों के खिलाफ आजाद नगर थाना में एक मामला 14 मार्च 2019 को भी दर्ज हुआ था. इसमें जींद की ढाणी टेक सिंह वासी कृष्ण उर्फ काला वांछित था. इसी सि​लसिले में तफ्तीश चल रही है. 


जब्त की गई गाड़ियों पर भी थे नकली नंबर
इन चारों ठगों के पास से पुलिस को जो गाड़ियां बरामद हुई, उन पर लगे नंबर भी फर्जी निकले. तलाशी में पुलिस को इनकी गाड़ी से ही अतिरिक्त पुलिस की वर्दी, 2.20 लाख रुपयों की नकली गड्डियां के अलावा फर्जी नंबर प्लेट भी मिली है. गड्डियों की अगर बात करे तो वहीं ठगी वाले तरीके से गड्डियों को लगाया गया था, ऊपर-नीचे 500-500 के असली नोट लगे हुए थे, जबकि अंदर सिर्फ सफेद कागज ही था.