नई दिल्ली: क्या वाकई दुनिया बचाने के लिए हमारे पास सिर्फ एक महीने का ही वक्त बचा है? दरअसल, दुनिया पर महाविनाश की घंटी बजने लगी है. जो दुनिया के लिए इस वक्त सबसे बड़ी चिंता बन गई है? NASA ने खुद इस बात की पुष्टि की है कि आने वाले 29 अप्रैल को दुनिया बदल सकती है.


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1). अप्रैल में अंतरिक्ष से एक Asteroid धरती से टकरा सकता है
2). इस Asteroid की रफ़्तार 31 हज़ार किमी./घंटा बताई जा रही है
3). वैज्ञानिकों के मुताबिक, ये  Asteroid हिमालय जितना बड़ा बताया जा रहा है
4). NASA ने इस Asteroid के धरती के बेहद करीब से गुजरने की पुष्टि की है
5). वैज्ञानिकों को आशंका है कि अगर ये Asteroid धरती से टकराया, तो महाविनाश होगा, हो सकता है कि दुनिया से पूरी मानवसभ्यता का ही अंत हो जाए.


 



अरबों साल पहले हुआ था महाविनाश


अरबों साल पहले जब Asteroid धरती से टकराया था, तब डायनासोर युग का अंत हुआ था. 2020 में ऐसा ही डर, ऐसा ही खौफ एक बार फिर पूरी दुनिया पर मंडराने लगा है. बड़े-बड़े वैज्ञानिकों की नींद उड़ी है. सुपरपावर अमेरिका तक घबराया हुआ है. क्योंकि, NASA ने पुष्टि की है कि ऐसा ही एक विशाल Asteroid एक बार फिर से धरती के बेहद करीब से गुजरने वाला है. दुनिया बदल देने वाली ये तारीख 29 अप्रैल हो सकती है.


NASA की मानें तो फिलहाल चिंता की बात नहीं है. लेकिन, कई वैज्ञानिक इसके बाद भी आशंका जता रहे हैं कि अगर इसकी टाइमिंग में कुछ सेकंड का भी अंतर हुआ तो ये Asteroid धरती से टकरा सकता है और तब बहुत मुमकिन है कि इसके बाद डायनासोर की तरह पूरी मानव सभ्यता का अंत हो जाए.


धरती से टकराया था तबाही मचाने वाला Asteroid


सबसे पहले आपको इस Asteroid का नाम बताते हैं. इसे 52768 (1998 IR2) नाम दिया गया है. इसकी रफ्तार 19 हज़ार मील/घंटा है. वैज्ञानिकों को अंदाज़ा है कि ये Asteroid माउंट एवरेस्ट जितना विशाल हो सकता है और धरती पर टकराया तो तबाही मच सकती है.


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6.6 करोड़ साल पहले जिस एस्टेरॉयड के धरती पर टकराने से डायनासोर खत्म हो गए थे, उसकी रफ्तार 40 हज़ार मील प्रति घंटा थी, उस वक्त एस्टेरॉयड की टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि इससे धरती पर जीवन को तीन बार खत्म किया जा सकता था.



Asteroid के टकराने से हुआ था डायनासोर युग का अंत


6.6 करोड़ साल पहले मेक्सिको के युकटॉन प्रायद्वीप से Asteroid टकराया था. जिससे वहां 111 मील चौड़ा और 20 मील गहरा गड्ढा बन गया था. वैज्ञानिकों ने इस गड्ढे की जांच की तो वहां की चट्टान में सल्फर कम्पाउन्ड पाया गया. Asteroid की टक्कर से ये चट्टान वाष्प में बदल गई थी, जिसने हवा में धूल का बादल बना दिया था. नतीजा ये हुआ कि पूरी धरती ठंडी हो गई और एक दशक तक इसी स्थिति में बनी रही. उन हालात में अधिकतर जीवों की मौत हो गई और डायनासोर युग का भी अंत हो गया था.


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हालांकि, 2020 के इस एस्टेराइड के बारे में कहा जा रहा है कि इसकी रफ्तार डायनासोर युग को खत्म करने वाले एस्टेराइड की आधी है. लेकिन इसी से आप अंदाज़ा लगाइए कि दुनिया पर अंतरिक्ष से आ रहा ये खतरा कितना बड़ा है और क्यों वैज्ञानिक इसके लेकर चिंतित ज्यादा हैं.


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