नई दिल्ली.  85 साल की वॉरियर दादी आज याद करती हैं कि कुछ दिनों पहले तक वे सड़क पर खड़ी थीं और अपनी आजीविका चलाने के लिये लाठी ले कर सड़क पर करतब दिखा रही थीं. ऐसे में सोनू सूद की नजर उन पर पड़ी तो दादी के लिये भी उन्होंने अपनी मानवता का कर्तव्य निर्वाह करने में विलंब नहीं किया. सब जानते हैं कि पर्दे पर तो सोनू सूद एक फिल्मी सितारे हैं किन्तु असल जिन्दगी में वे एक देवदूत हैं और महानता का यह संबोधन उनके लिये कदापि अतिशयोक्ति नहीं है. 


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दादी का नाम है शांता पवार


वैसे तो अब सभी लोग उनको वारियर दादी कह कर पुकारते हैं किन्तु लॉकडाउन के दौरान मीडिया की दिलचस्पी का केन्द्र बनी इन वारियर दादी का मूल नाम शांता पवार है. पूना शहर की सड़कों पर आत्मरक्षा के विशेष ढंग से लाठी भांजती दादी को प्रदेश के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने उनके घर आकर एक साड़ी और एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता भी प्रदान की है.


सोनू सूद के नाम पर है अकादमी


जो एकेडमी सोनू सूद ने वारियर दादी के लिये खुलवाई है, दादी ने उसका नामकरण सोनू के नाम पर किया है. अब दादी सोनू सूद सेल्फ डिफेन्स एकेडमी चला रही हैं और सड़क पर करतब करने की बजाये अपनी एकेडमी में लोगों को सेल्फ डिफेन्स सिखा रही हैं.  


दादी ने शुरू कर दी ट्रेनिंग


कुछ ही समय पहले पूना शहर के हड़पसर इलाके में रहने वाली वारियर दादी का लाठी भांजने के हस्तकौशल वाला वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था. देश भर के लोगों ने टेलीविज़न पर भी दादी को देखा और देखते ही देखते दादी सबकी आंखों का तारा बन गई हैं. अब जब सोनू सूद ने दादी के लिए मार्शल आर्ट और सेल्फ-डिफेंस अकादमी खोलने का अपना वादा पूरा कर दिया है तो दादी ने यहां अपनी एकेडमी में बच्चों और महिलाओं को ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया है.


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