नई दिल्लीः इस वक्त कोरोना महामारी ने जीना दूभर किया है. हर तरफ इसके बचाव की कोशिशें चल रही हैं, लेकिन भारत में कई स्थानों पर इसका ऐसा विरोध हो रहा है जो कि नफरती आलम पैदा कर रहा है. कहीं थूक कर कोरोना फैलाने की साजिश की जा रही है, तो कहीं से वीडियो आ रही है कि फलों को थूक लगाकर बेचा जा रहा है. इस मजहबी कट्टर पंथ के यहां अलग-अलग उदाहरण देखने को मिल रहे हैं. ऐसी ही एक घटना पांच साल पहले ब्रिटेन में सामने आई थी. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यहां एक रेस्टोरेंट में शरीर की गंदगी खिला देते थे. 


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भारत में सामने आया था फलों में थूक लगाने का वीडियो
भारत में समय-समय पर ऐसे मामले सामने आते रहे हैं. कोरोना काल में ही अभी फलों में थूक लगाने का मामला सामने आया था.  मध्य प्रदेश के रायसेन में थूक लगाकर फल बेचने के मामले में एक फल विक्रेता को जेल भेजा गया था.एक वीडियो वायरल होने के बाद फल विक्रेता की यह हरकत सामने आई थी. विक्रेता के खिलाफ शिकायत मिली थी और जांच में वीडियो सही पाया गया था. हालांकि फलों को थूक लगाने का मामला 16 फरवरी का है. 


यह थी ब्रिटेन की घटना


डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन में, यहां एक रेस्टोरेंट के मालिक मोहम्मद अब्दुल बासित और अमजद भट्टी थे. जानकारी के मुताबिक यह दोनों ही मालिक लोगों को इंसानी शरीर की गंदगी मिलाकर खाना खिला रहे थे. ये दोनों ही लम्बे समय से ब्रिटेन के नॉटिंघम में अपना होटल चला रहे हैं. 



यह मामला तब सामने आया जब यहां के ग्राहकों को इन्फेक्शन की शिकायत होने लगी. जानकारी के मुताबिक, इनके लगभग 150 ग्राहकों ने अलग—अलग तरह के इन्फेक्शन की बात डाक्टरों से कही. जब जांच की गई तो पता चला की सबको फूड प्वाइजनिंग है. जांच में खुलासा हुआ कि जो खाना इन लोगों ने खाया था उसमे इंसानी शरीर की गंदगी थी. 


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