दिल्ली को आग लगाने वाले दंगाईयों के `9 बड़े हथियार`
दिल्ली की शांति को बर्बाद करने के लिए बड़ी तैयारी की गई थी. दंगाइयों ने हर मुमकिन हथियार जुटाए थे. हथियार भी एक दो दिनों में नहीं बल्कि कई हफ्तों में जुटाए गए थे.
दंगे का हथियार नंबर 9- पेट्रोल बम
कोल्ड ड्रिंक की बोतलों में पेट्रोल भरा और बोलत की मुंह पर कपड़ा लगातक उससे पेट्रोल बम तैयार किया गया. जिसका इस्तेमाल तबाही मचाने के लिए किया गया.
दंगे का हथियार नंबर 8- पिस्तौल और देसी कट्टा
दंगाईयों ने सरेआम फायरिंग की. यहां तक कि पुलिस के सामने हथियार तानकर अपनी हेड़की दिखाई गई.
दंगे का हथियार नंबर 7- ईंट और पत्थर
पत्थर से भरी बोरियां मिली, इसका इस्तेमाल करके लोगों ने दिल्ली को कश्मीर बनाने की कोशिश की.
दंगे का हथियार नंबर 6- मशाल
दंगे के दौरान मशाल का इस्तेमाल करके दंगाईयों ने घर और गाड़ियों को जलाया.
दंगे का हथियार नंबर 5- धारदार हथियार
चाकू जैसे हथियारों से हमला किया गया. अंकित शर्मा के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ये साफ हो गया है कि धारदार हथियार और चाकू गोदकर उन्हें मारा गया.
दंगे का हथियार नंबर 4- रॉड और डंडे
रॉड और डंडे से हमला किया. दंगे में राह चलते लोगों समेत सैकड़ों लोगों को दंगाई रॉड और डंडे का इस्तेमाल करके उन्हें शिकार बनाते हैं.
दंगे का हथियार नंबर 3- एसिड के पाउच और केमिकल
तेज़ाब को प्लास्टिक में भरकर फेंका, एसिड के पाउच से किसी भी व्यक्ति को भारी नुकसान हो सकता है. दंगाई आग भड़काने के लिए केमिकल का इस्तेमाल करते हैं.
दंगे का हथियार नंबर 2- छोटी गुलेल
छोटी गुलेल का पत्थरबाजी में इस्तेमाल किया गया. दंगाईयों ने पुलिसवालों को पत्थरबाजी का शिकार बनाया था.
दंगे का हथियार नंबर 1- बड़ी गुलेल
रिक्शे पर लोहे के एंगल से बनाई गई. इस बड़े गुलेल से दूर की जहग को निशाना बनाने के लिए इस्तेमाल किया गया.