जब वाजपेयी ने अपनी मंत्री की `शिकायत` उनकी मां से की थी, मिनटों में उतर गया था गुस्सा
आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि है. उन्होंने 16 अगस्त 2018 को 93 साल की उम्र में अंतिम सांस ली थी.
छठी पुण्यतिथि आज
अटल बिहारी वाजपेयी की आज छठी पुण्यतिथि है. उन्होंने 16 अगस्त 2018 को अंतिम सांस ली थी. 93 साल की उम्र में लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हुआ था. वह तीन बार देश के प्रधानमंत्री रहे थे.
वाक्पटुता के लिए जाने जाते थे वाजपेयी
अटल बिहारी वाजपेयी अपनी वाक्पटुता के लिए जाने जाते थे इसलिए उन्हें राजनीति में अजातशत्रु भी कहा गया. अपनी इसी खासियत की वजह से वह तीसरे कार्यकाल में सफलतापूर्वक गठबंधन की सरकार चलाने में सफल रहे थे.
सहयोगियों की सुनते थे अटल
वह अपने सहयोगियों की सुनते भी थे और उनकी नाराजगी को दूर करने के भी प्रयास करते थे. ऐसे ही एक किस्सा ममता बनर्जी से जुड़ा है. वह वाजपेयी सरकार में रेल मंत्री थीं. वह तब कई बातों को लेकर अड़ जाती थीं और नाराजगी जाहिर करती थीं.
ममता से मिलने पहुंचे थे अटल
रिपोर्ट्स की मानें तो एक बार पेट्रोल की बढ़ती कीमतों को लेकर ममता बनर्जी इतनी नाराज हो गईं कि उनसे कोलकाता मिलने के लिए पहुंचे जॉर्ज फर्नांडिस से उन्होंने मुलाकात ही नहीं की. फिर तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी उनसे मिलने के लिए पहुंचे.
कोलकाता स्थित ममता के घर पहुंचे अटल बिहारी वाजपेयी की मुलाकात उनकी मां से हुई क्योंकि ममता अपने घर पर नहीं थीं. वाजपेयी ने उनकी मां के पैर छूए और उनसे कहा कि आपकी बेटी बहुत शरारती है, बहुत तंग करती हैं. इसके बाद ममता का गुस्सा मिनटों में उतर गया.
2015 में दिया गया था भारत रत्न
अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को हुआ था. वह जनसंघ के संस्थापक सदस्य थे. वह 1996 में 13 दिन पीएम रहे थे. इसके बाद 1998 में 13 महीने पीएम रहे थे. तीसरी बार 1998 में उन्होंने पांच साल तक गठबंधन की सरकार चलाई. 2015 में उन्हें भारत रत्न दिया गया था.