देश की इकलौती महिला CM के राज्य में चर्चित रेप मामले, 13 साल में 3 बार विवादों में घिरी ममता सरकार
ममता बनर्जी साल 2011 के बाद से लगातार राज्य की मुख्यमंत्री हैं. अपने शासनकाल के दौरान कम से कम तीन बार ऐसा हुआ है जब रेप और यौन प्रताड़ना के मामलों को लेकर राज्य में विरोध हुआ है.
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2012 में पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में सुजेट जॉर्डन नाम की एक्टिविस्ट के एक कुख्यात रेप केस हुआ. 6 फरवरी 2012 को सुजेट जॉर्डन की मुलाकात पांच युवाओं से हुई जिनका नाम कादर खान, मोहम्मद अली, नासिर खान, रुमान खान और समित बजाज था. मुलाकात तब हुई जब जॉर्डन कोलकाता के पार्क स्ट्रीट स्थित एक नाइटक्लब से निकल रही थीं.
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सुजैन का कार इन पांचों लोगों ने गैंगरैप किया. गैंगरेप के बाद जॉर्डन को कलकत्ता क्लब के बाहर फेंककर आरोपी फरार हो गए थे. इसके बाद किसी तरह जॉर्डन एक टैक्सी के जरिए अपने घर तक पहुंची. इसके बाद केस हुआ तो कई आरोपी बेहद हाईप्रोफाइल थे. इस मामले को लेकर राज्य की सरकार तक पर खूब आरोप लगे थे.
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ममता सरकार पर एक और बार महिला अत्याचार के आरोप तब लगे जब संदेशखाली मामला सामने आया. इस मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट की सख्ती के बाद आरोप शेख शाहजहां की गिरफ्तारी हुई थी. इस मामले में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किए थे जिसकी वजह से ममता सरकार को रक्षात्मक होना पड़ा था.
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संदेशखाली मामले को लेकर ममता सरकार को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा था. कोर्ट ने सवाल किया था कि संदेशखाली मामले में कुछ निजी व्यक्तियों के हितों की रक्षा के लिए पश्चिम बंगाल सरकार याचिकाकर्ता बनकर उसके सामने क्यों आई है.
KOLKATA PROTEST
अब कोलकाता में एक और रेप केस ने देश को दहला दिया है. कलकत्ता के आरजी मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी महिला डॉक्टर का शव मिला है. जांच में पता चला है कि डॉक्टर के साथ रेप हुआ है. पुलिस के मुताबिक महिला डॉक्टर के मुंह, प्राइवेट पार्ट्स और आंख से खून बन रहा था. साथ शरीर पर कई जगह चोट के निशान हैं. अब इस मामले को लेकर कोलकाता में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं.