ऐसे शख्स जिन्हें मरणोपरांत पद्म श्री, पद्म विभूषण और पद्म भूषण से नवाजा गया
71वें गणतंत्र दिवस के मौके पर पद्म पुरस्कारों से अपने क्षेत्र में सर्वोत्म कार्यों के लिए 7 हस्तियों को पद्म विभूषण, 16 को पद्म भूषण और 118 को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इन हस्तियों में ऐसे भी हस्ती शामिल थे जिन्हें यह पुरस्कार मरणोपरांत मिला है.
भारतीय जनता पार्टी से गोआ के मुख्यमंत्री बनने वाले वह पहले नेता हैं. मनोहर गोपालकृष्ण प्रभु पर्रिकर एक भारतीय राजनीतिज्ञ और भारतीय जनता पार्टी के नेता थे. जिन्होंने 14 मार्च 2017 से अपनी मृत्यु तक गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया. मनोहर पर्रिकर को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया.
नीलकांत रामकृष्ण माधव मेनन एक भारतीय सिविल सेवक, वकील और कानूनी शिक्षक थे, जिन्हें भारत में आधुनिक कानूनी शिक्षा का जनक माना जाता है. मेनन को पद्म भूषण से नवाजा गया. इससे पहले मेनन को 2003 में पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है.
सैयद मुअज्जम अली एक बांग्लादेशी विदेश सेवा अधिकारी और कैरियर राजनयिक थे. 2020 में उन्हें मरणोपरांत भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
सुषमा स्वराज मई 2014 से मई 2019 तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अधीन भारतीय विदेश मंत्री थीं, जो नरेंद्र मोदी की विदेश नीति को लागू करने के लिए जिम्मेदार थीं. वह इंदिरा गांधी के बाद यह पद संभालने वाली केवल दूसरी महिला हैं. मरणोपरांत सुषमा जी को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया.
श्री विश्वेश्वर तीर्थारू एक भारतीय हिंदू गुरु, संत और श्री पीजवारा आदोक्षजा मठ के पूर्व पीठासीन स्वामीजी थे. जो श्री माधवाचार्य द्वारा स्थापित दर्शन स्कूल से संबंधित अष्ट मठों में से एक थे. इन्हें पद्म विभूषण से नवाजा गया.
अरुण जेटली एक भारतीय राजनीतिज्ञ और वकील थे. भारतीय जनता पार्टी के सदस्य थे और जेटली ने 2014 से 2019 तक भारत सरकार के वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री के रूप में कार्य किया. इन्हें पद्म विभूषण से नवाजा गया.
जॉर्ज फर्नांडिस ने पहली बार 1967 में एक समाजवादी के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ा. पद्म विभूषण से नवाजा गया.
14 नवंबर 2019 पटना में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था. महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह ने कभी आइंस्टीन के सिद्धांत को चु्नौती दी थी. इन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया.
डॉ. टेट्सु नाकामुरा ने अपना पूरा जीवन अफगान के लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में लगा दिया. इन्हें भारत सरकार ने पद्म श्री से नवाजा गया.
डॉ इंद्र दासनायके को भी मरणोपरांत पद्म श्री से नवाजा गया.
1984 भोपाल गैस पीड़ितों की लड़ाई लड़ने वाले एक्टिविस्ट अब्दुल जब्बार को मरणोपरांत पद्म श्री से गणतंत्र दिवस पर सम्मानित किया. अब्दुल जब्बार का14 नवंबर 2019 को इंतकाल हो गया था
मनमोहन महापात्रा को ओडिशा फिल्मों में दिए गए उनके योगदान के लिए याद करते हुए पद्म श्री से नवाजा गया. वह ओडिया फिल्म निर्माता, निर्देशक, निर्माता और लेखक थे.