चांद जैसा दिखा सूरज, तस्वीरों में देखिए साल के पहले Solar Eclipse 2021 का नजारा
Solar Eclipse 2021 or First Surya Grahan of year दुनिया के कई देशों में दिखाई दिया. NASA की ओर से जारी एक Map के मुताबिक अरुणाचल प्रदेश में आंशिक रूप से ग्रहण दिखा, लेकिन भारत में इसका सूतक काल नहीं था. तस्वीरों में देखिए ग्रहण का अद्भुत नजारा-
आसमान में दिखी चांद और सूरज की अदाकारी
Solar Ecilipse 2021: मशहूर गजल गायक जगजीत सिंह की एक गजल आशिकों को खूब पसंद है. 'मेरे जैसे बन जाओगे, जब इश्क तुम्हें हो जाएगा'. यह बात आशिकों पर असल में कितनी सच साबित होती है इसे नापना मुश्किल है, लेकिन 10 जून 2021 के दिन जिसने भी आसमां निहारा, उन्हें जगजीत सिंह की गजल सच होती दिखाई दी. चांद की ओट में सूरज ऐसा छिपा की खुद चांद जैसा होता चला गया. दुनिया ने कहा अरे! वो देखो सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2021). वैज्ञानिकों ने दूरबीन लगाई, फिर तो चांद और सूरज की अठखेलियों ने आसमान में जो अदाकारी की क्या कहने. दुनिया देखती रही. आप भी देखिए.
अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने एक इंटरैक्टिव मैप जारी किया है जिसमें यह बताया गया था कि सूर्य ग्रहण कहां- कहां दिखाई देगा. नक्शे में दिखा कि सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2021) भारत के अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख में दिखाई दिया. यहां सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2021) आंशिक रूप से दिखा. दोपहर 12:25 से शुरू होकर ग्रहण (Surya Grahan 2021) 12:51 तक खत्म हो गया. अब अगला सूर्यग्रहण 4 दिसंबर 2021 को लगेगा. ये इस साल दूसरा और आखिरी सूर्यग्रहण होगा.
इसलिए कहते हैं वलयाकार सूर्य ग्रहण
वलयाकार सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2021) में सूर्य सिर्फ चमकता जलता हुआ छल्ला जैसा नजर आता है. इसे रिंग ऑफ फायर (Ring of Fire) कहा जाता है. ये नजारा कुछ ही समय ही दिखाई देता है. ग्रहण (Surya Grahan 2021) की यह स्थिति तब होती है जब चंद्रमा सूर्य के पूरे भाग को अपनी छाया से नहीं ढक पाता इस स्थिति में सूर्य का बाहरी हिस्सा जलता चमकता रहता है. जब चंद्रमा सूर्य के सामने आते हुए उसे इस प्रकार से ढकता है कि सूर्य बीच में से तो ढका हुआ लगे, लेकिन उसके किनारों पर रोशनी का एक छल्ला या अंगूठी बनती हुई दिखाई दे तो इसे ही वलयाकार सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2021) कहते हैं.
नासा ने जारी की सूर्य ग्रहण की तस्वीरें
दुनिया में जगह-जगह जहां भी आज सूर्य ग्रहण लगा, इसकी शुरुआत होते ही वहां अंधेरा छाने लगा. सूर्य ग्रहण 10 जून को दोपहर 1 बजकर 42 मिनट से शुरू हुआ. नासा (NASA) ने भी सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2021) की कई तस्वीरें शेयर कीं और चांद-सूरज की इन अठखेलियों का लोगों को दीदार कराया. सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2021) शाम होते-होते समाप्ति की ओर बढ़ चला. शाम 6 बजकर 41 मिनट पर ग्रहण समाप्त हो गया. गुरुवार को दिखाई दिया सूर्यग्रहण (Surya Grahan 2021) वलयाकार ग्रहण था, जिसे छल्लेदार ग्रहण (Ring of Fire) कहते हैं. इसमें सूर्य का बीच का हिस्सा बिल्कुल ढंक जाता है और किनारे पर चमक दिखती है.
148 साल बाद अद्भुत संयोग, जानिए कहां दिखा ग्रहण
सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2021) हालांकि भारत में नहीं था. लेकिन इस मौके पर एक अद्भुत संयोग बना. दरअसल गुरुवार को शनि जयंती थी और ऐसा 148 साल बाद हुआ जब शनि जयंती के दिन सूर्य का ग्रहण (Surya Grahan 2021) लगा. उत्तरी अमेरिका के उत्तरी भाग में, उत्तरी कनाडा, यूरोप और एशिया में, ग्रीनलैंड और रुस के अधिकांश हिस्सों में इसे देखा गया. कनाडा, ग्रीनलैंड तथा रूस में वलयाकार सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2021) दिखाई दिया. वहीं उत्तर अमेरिका के अधिकांश हिस्सों, यूरोप और उत्तर एशिया में आंशिक सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2021) ही दिखा.