सख्ती से ही नहीं सादगी भरा जीवन भी जीती हैं `ममता बनर्जी`
इस साल पश्चिम बंगाल (West Bangal) में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) सुर्खियों में हैं. वह अपनी राजनीतिक मामलों के साथ-साथ अपनी सादगी से भरी लाइफस्टाइल के लिए भी जानी जाती हैं.
ममता बनर्जी का जन्मदिन
सियासत में दीदी के नाम से चर्चित ममता बनर्जी आज अपना 64वां जन्मदिन बना रही हैं. बता दें कि ममता बनर्जी का जन्म 5 जनवरी 1955 को कोलकाता में हुआ था. ममता बनर्जी के जन्म के कुछ साल बाद ही उनके पिता का निधन हो गया. पिता की मौत के बाद ममता की मां यानी गायत्री देवी पर 5 बच्चों के पालन-पोषण की जिम्मेदारी आ गई थी. साथ ही घर में हमेशा से आर्थिक तंगी रहती थी. लेकिन ममता ने अपनी मां के दर्द को समझा और बचपन से ही मां के साथ हाथ बंटाना शुरू कर दिया था.
ममता बनर्जी को बचपन से थी राजनीति में रुचि
ममता बनर्जी को बचपन से ही राजनीति व पढ़ाई में रुचि थी. उन्होंने कोलकाता के जोगमाया देवी कॉलेज से इतिहास में ऑनर्स की डिग्री हासिल की. इसके बाद कोलकाता विश्वविद्यालय से उन्होंने इस्लामिक इतिहास में मास्टर डिग्री हासिल की. इसके अलावा ममता बनर्जी ने बीएड की भी डिग्री ली और कोलकाता के जोगेश चौधरी लॉ कॉलेज से कानून की पढ़ाई की है.
ममता बनर्जी 1970 में शुरू हुआ था राजनीतिक सफर
ममता बनर्जी का राजनीतिक सफर 1970 में शुरू हुआ, जब वे कांग्रेस पार्टी की कार्यकर्ता बनीं. 1976 से 1980 तक वे महिला कांग्रेस की महासचिव रहीं. 1984 में ममता ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के वरिष्ठ नेता सोमनाथ चटर्जी को जादवपुर लोकसभा सीट से हराया. उन्हें देश की सबसे युवा सांसद बनने का गौरव प्राप्त हुआ. इसके बाद ममता बनर्जी को अखिल भारतीय युवा कांग्रेस का महासचिव बनाया गया.
ममता बनर्जी को देश की पहली महिला रेल मंत्री बनने का गौरव प्राप्त है
ममता के समर्थक हो या करीबी सभी उन्हें दीदी ही कहकर बुलाते हैं. बता दें कि ममता बनर्जी को देश की पहली महिला रेल मंत्री बनने का गौरव प्राप्त है. इसके अलावा ममता बनर्जी केंद्र सरकार में कोयला, मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री, युवा मामलों और खेल के साथ ही महिला व बाल विकास की राज्य मंत्री भी रह चुकी हैं. साल 2011 में टीएमसी ने 'मां, माटी, मानुष' के नारे के साथ विधानसभा चुनावों में भारी बहुमत के साथ जीत हासिल की. ममता राज्य की मुख्यमंत्री बनीं और 34 वर्षों तक राज्य की सत्ता पर काबिज वामपंथी मोर्चे का सफाया हो गया. ममता की पार्टी ने राज्य विधानसभा की 294 सीटों में से 184 पर कब्जा किया.
ममता बनर्जी की राजनीति में है अलग पहचान
दीदी सादा जीवन जीने में विश्वास रखती है. अपनी जीवनशैली के कारण ही वह राजनीति में अलग पहचान भी रखती हैं. राजनीति में ममता बनर्जी का लाइफस्टाइल सबसे अलग है. वह हमेशा कॉटन की सफेद साड़ी पहनती हैं. चाहे घर में हों या संसद भवन में, रैली हो या किसी सांस्कृतिक कार्यक्रम में ममता बनर्जी हमेशा साधारण साड़ी पहनना पसंद करती हैं. बता दें कि ममता बनर्जी पैरों में रबड़ की हवाई चप्पल पहनती हैं. दीदी सूबे की मुख्यमंत्री होने के साथ-साथ चित्रकार और कवि भी हैं. खबरों के मुताबित ममता बनर्जी को क्रिकेट काफी पसंद है. मुख्यमंत्री बनने के बाद भी ममता बनर्जी अपना उसी घर में रहती हैं जहां उनका बचपन बीता था.